Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सोनभद्र खदान हादसे में पूर्व ब्लाक प्रमुख समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज, देखें वीड‍ियो...

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Sun, 16 Nov 2025 01:01 PM (IST)

    सोनभद्र की बिल्ली मारकुंडी घाटी में खनन के दौरान हुए हादसे में रविवार दोपहर तक तीन शव बरामद किए गए। आशंका है कि मलबे में दर्जन भर और शव दबे हो सकते हैं। एनडीआरएफ और पुलिस की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है और मलबा हटाने का काम तेजी से चल रहा है।

    Hero Image

    ब‍िल्‍ली मारकुंडी घाटी में हादसे के बाद शवों की तलाश जारी है।

    जागरण संवाददाता, सोनभद्र। बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र के कृष्णा माइनिंग वर्क्स की खदान में शनिवार को दोपहर बाद ड्रिलिंग के दौरान हुए खदान हादसे मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। ओबरा थाना क्षेत्र के पनारी ग्राम पंचायत के करमसार गांव निवासी छोटू यादव की तहरीर पर पुलिस ने कृष्णा माइनिंग वर्क्स के अज्ञात मालिक, घोरावल के पूर्व ब्लाक प्रमुख मधुसूदन सिंह और दिलीप केशरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    साथ ही पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीम गठित कर दी है। छोटू यादव ने ओबरा पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि मेसर्स श्री कृष्णा माइनिंग वर्क्स ग्राम सभा बिल्ली ओबरा में खनन का काम काफी दिनों से कर रहे थे। इसी खदान में अन्य मजदूरों के साथ उसके भाई 31 वर्षीय इंद्रजीत यादव व 29 वर्षीय संतोष यादव पुत्र शोभनाथ यादव खनन का काम कर रहे थे।

    शनिवार को समय करीब ढाई बजे दिन में खनन के दौरान खनन में कम्प्रेसर चला रहे थे। उसी समय खदान का एक बढ़ा भाग गिर गया। खदान मालिक मेंसर्स श्री कृष्णा माइनिंग वर्क्स व इनके पार्टनर मधुसूदन सिंह व दिलीप केशरी आदि ने खनन के आदेशों, मानको का पालन नहीं किया। सुरक्षा का कोई प्रबन्ध न होने जैसी लापरवाही की गई। इस कारण उसके भाई इंद्रजीत व संतोष यादव की खदान में दब कर मृत्यु हो गई है।

    शव अभी खदान से निकल नहीं पाया है। उसने तहरीर में कहा है कि संभव है कि अन्य मजदूर भी खदान में दबे हुए हैं, जिन्हें बाहर निकाला जाना आवश्यक है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीम गठित की गई है। उसके पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी पुलिस क्षेत्राधिकारी ओबरा हर्ष पांडेय को दी गई है।