Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्नाव में एक्सप्रेसवे पर 140 की रफ्तार में फटा कार का टायर, चार श्रमिकों की जान लेकर पलटी

    Updated: Sat, 27 Sep 2025 03:47 PM (IST)

    उन्नाव में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक तेज रफ्तार आर्टिगा कार ने डिवाइडर पर काम कर रहे छह श्रमिकों को रौंद दिया जिसमें चार की मौके पर ही मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने एक्सप्रेसवे पर जाम लगा दिया जिससे यातायात बाधित हो गया। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को शांत किया।

    Hero Image
    उन्नाव में हादसे के बाद जाम लगाते स्वजन। जागरण

    जागरण संवाददाता, उन्नाव। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर करीब 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में टायर फटने से अनियंत्रित अर्टिगा कार ने डिवाइडर किनारे झाड़ियों की सफाई कर रहे छह श्रमिकों को रौंद दिया। इसके बाद डिवाइडर की जाली तोड़ते हुए विपरीत लेन पर जाकर पलट गई। हादसे में चार श्रमिकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो को गंभीर हालत में किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) लखनऊ ले जाया गया है। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    घटना से आक्रोशित स्वजन और ग्रामीणों ने जाम लगा दिया। इससे दोनों छोर पर करीब चार-चार किमी लंबी वाहनों की कतार लग गई। अधिकारियों ने आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन देकर करीब डेढ़ घंटे बाद जाम खुलवाया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश प्रशासन को दिए हैं। दुर्घटना शनिवार सुबह बेहटा मुजावर क्षेत्र के गांव ढोलौवा गांव के सामने हुई। 

    Agra Lucknow Expressway Accident Unnao

    आगरा-लखनऊ एक्स्प्रेसवे पर हादसे का कारण बनी पलटी पड़ी कार। जागरण

    सफाई कर रहे थे श्रमिक

    उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने आगरा एक्सप्रेसवे पर घास, पेड़ व झाड़ियों की सफाई का काम एटलस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को दिया है। ढोलौवा गांव के सामने डिवाइडर के दोनों तरफ निकली झाड़ियों की सफाई में श्रमिक लगे हुए थे। सुबह करीब 11 बजे लखनऊ से आगरा की तरफ जाते समय अगला दाहिना टायर फटने से कार चार श्रमिकों को रौंदकर डिवाइडर की जाली तोड़ते हुए विपरीत लेन पर जाकर दो श्रमिकों को अपनी चपेट में ले लिया। इसके बाद आगरा से लखनऊ जाने वाले भारी वाहन की लेन पर पलट गई।

    Agra Lucknow Expressway Accident Unnao

    यहां के रहने वाले थे श्रमिक

     दिवंगतों में बेहटा मुजावर के झब्बा खेड़ा गांव निवासी 45 वर्षीय लवकुश और 42 वर्षीय रामकिशोर, राजा खेड़ा गांव निवासी 45 वर्षीय मुनेश कुमार यादव, अकबर खेड़ा गांव निवासी 40 वर्षीय सरवन हैं। गंभीर घायल गांव राजाखेड़ा निवासी किशन पाल और राकेश को औरास सीएचसी से लखनऊ भेज दिया गया। 

    एयरबैग खुलने से कार सवार बचे

    कार के एयरबैग खुलने से कार सवार लोग बाल-बाल बच गए और मौका देखकर भाग निकले। कार कौन चला रहा था, उसमें कितने लोग सवार थे और वह लोग कहां गए, इसकी जानकारी किसी को नहीं हो सकी है। 

    इसी गाड़ी के आठ चालान हो चुके

    वर्ष 2021 माडल की अर्टिगा कार हरियाणा के फरीदाबाद निवासी दीपक कुमार के नाम पंजीकृत है। यातायात नियमों को तोड़ने में कार के कुल आठ बार चालान हुए हैं। पांच चालान तो सिर्फ ओवरस्पीड के हैं। पहला चालान 10 जुलाई 2021 को हरियाणा में मथुरा रोड पर हुआ था। एक्सप्रेसवे पर कार की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटा नियत है। 

    कार की रफ्तार 135 किमी प्रति घंटा भी थी

    यूपीडा के सुरक्षा अधिकारी आरके सिंह चंदेल ने बताया कि उन्नाव जिले में एक्सप्रेसवे पर बांगरमऊ, बेहटामुजावर व हसनगंज में कैमरे लगे हैं। इन कैमरों में सुबह आगरा से लखनऊ जाते समय कार की रफ्तार 135 किमी प्रति घंटा देखी गई है। सीओ संतोष सिंह ने बताया कि टक्कर मारने वाले वाहन मालिक व चालक का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। 

    मृतकों के स्वजनों को आर्थिक मदद

    डीएम गौरांग राठी ने बताया कि दिवंगतों के स्वजन को अंतिम संस्कार के लिए संस्था से तत्काल सवा-सवा लाख रुपये आर्थिक सहायता दिलाई गई है। इसके अलावा दुर्घटना बीमा व श्रमिक दुर्घटना बीमा से आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी। 

    श्रमिकों की सुरक्षा के साथ की गई लापरवाही

    कार्यदायी संस्था ने जहां काम कराया जा रहा था वहां केवल रोड सेफ्टी कोन रखे थे। काम कराने के दौरान श्रमिकों को हेलमेट, रिफ्लेक्टर युक्त जैकेट, यातायात को नियंत्रित करने के लिए सड़क शंकु या कोन, ड्रम, बैरिकेड्स और कंक्रीट अवरोधक, क्रैश ट्रकों और क्रैश कुशन जैसे बाधाओं के अलावा साइन ट्रक का उपयोग किया जाता है ताकि वाहनों को कार्यस्थल से दूर रखा जा सके। यहां ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी। हालांकि, यूपीडा के सुरक्षा अधिकारी आरके सिंह चंदेल का कहना है कि झाड़ियों की कटाई के लिए सुरक्षा संसाधन पर्याप्त थे। 

    यह भी पढ़ें- कानपुर के स्कूल में पीटीएम में अभिभावकों को नकाब पहनकर आने पर रोका, हंगामा