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    काशी की विरासत को विश्‍व के सामने रखेंगे 31 देशों के 35 राजनयिक, रायसीना फोरम के सदस्‍य पहुंचे आइआइटी बीएचयू

    By Shailesh AsthanaEdited By: Anurag Singh
    Updated: Sat, 15 Oct 2022 10:19 PM (IST)

    दुनिया के युवा राजनयिकों के समूह रायसीना फोरम फार फ्यूचर डिप्लोमेसी के सदस्य आइआइटी बीएचयू पहुंचे। दौरे का उद्देश्य काशी की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक समृद्धि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उजागर करना था। दल में 31 देशों के 35 राजनयिक थे।

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    बीएचयू के सीनेट हाल में आइआइटी की मेजबानी में उपस्थित रायसीना फोरम फार फ्यूचर डिप्लोमेसी के सदस्य। 

    वाराणसी, जागरण संवाददाता। दुनिया के युवा राजनयिकों के समूह रायसीना फोरम फार फ्यूचर डिप्लोमेसी के सदस्य आइआइटी बीएचयू पहुंचे। दौरे का उद्देश्य काशी की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक समृद्धि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उजागर करना था। दल में 31 देशों के 35 राजनयिक थे। सबने यहां पहुंचकर वाराणसी और आइआइटी बीएचयू के इतिहास को जाना।

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     बीएचयू के सीनेट हाल में आइआइटी के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन ने सभी राजनयिकों का स्वागत किया। उन्होंने उन्हें संस्थान में चल रहे शिक्षण, अनुसंधान, नवाचार व इन्क्युबेशन गतिविधियों और वैश्विक कार्यों-अनुबंधों की जानकारी दी। फोरम के उद्देश्यों को अंतरराष्ट्रीय समाज के लिए काफी उपयोगी बताया। संचालन कर रहे डीन (संसाधन और पूर्व छात्र मामले) प्रो. राजीव श्रीवास्तव ने ‘प्राचीन से समकालीन तक वाराणसी का इतिहास और आइआइटी बीएचयू’ पर प्रस्तुति दी। डा. संतोष कुमार सिंह, डा. संजीव महतो, डा. हरिप्रभात गुप्ता, डा. सोमक भट्टाचार्य और डा. पवन शर्मा ने भी उपलब्धियां बताईं।

    नेतृत्व के लिए कौशल को बढ़ावा देता है फोरम

    इस दौरान देश के कई वरिष्ठ उद्यमी भी थे। संस्थान के 1992 बैच के पूर्व छात्र डिजिटल इंडिया फाउंडेशन के सह-संस्थापक और प्रमुख अरविंद गुप्ता और आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष डा. समीर सरन ने बताया कि फोरम दुनिया भर के 40-45 युवा राजनयिकों को साथ लाता है। दुनिया में नेतृत्व कौशल को बढ़ावा देता है और स्वास्थ्य, प्रौद्योगिकी नीति/साइबर शासन, जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा, नए राजनीतिक भौगोलिक, विकास सहयोग के साधन, लिंग अनिवार्यता, शिक्षा और ज्ञान आदि के उभरते माडल पर ध्यान केंद्रित करता है। गुप्ता ने सामाजिक चुनौतियों को हल करने में भारत के डिजिटल पब्लिक गुड्स को प्रस्तुत किया।

    अवाना कैपिटल की संस्थापक भागीदार अंजलि बंसल ने देश में स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र के लिए घरेलू उद्यम पूंजी की चर्चा की। पूर्व छात्र अति मोटर्स, बंगलुरु के सह संस्थापक व सीईओ सौरभ चंद्र, वन-कार्ड, एफपीएल टेक्नोलाजीज के सह-संस्थापक और सीईओ अनुराग सिन्हा और ऊर्जा कंपनी ‘इनवर्टेड’ के संस्थापक राहुल राज ने अपहे स्टार्टअप की जानकारी दी।

    अनेक देशों ने मिलकर की है स्थापना

    फोरम के संस्थापकों में यूनाइटेड किंगडम, जापान, आस्ट्रेलिया और अनवर गर्गश डिप्लोमैटिक अकादमी, संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं। यह दौरा 10 से 20 अक्टूबर तक भारत में आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ), नई दिल्ली और विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित दस दिवसीय कार्यक्रम का हिस्सा था।

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