वाराणसी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के लिए बनेगा नया उपकेंद्र, बिजली से रोशन होगा पूरा क्षेत्र
वाराणसी के गंजारी में इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के लिए नया उपकेंद्र बन रहा है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के साथ आसपास के क्षेत्रों में भी इस नए विद्युत उपकेंद्र से आपूर्ति करने की तैयारी है। 13.87 करोड़ का प्रस्ताव स्वीकृत हो चुका है तो पांच-पांच के दो पावर ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे।

मुकेश चंद्र श्रीवास्तव, वाराणसी। गंजारी में इन दिनों बड़ी तेजी से इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बन रहा है। इसका निर्माण तेजी पर चल रहा है। अगले साल इसमें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच कराने की भी तैयारी चल रही है। इसके लिए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम की ओर से अलग से 33 केवी विद्युत उपकेंद्र बनाएगा। इसके प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई है। यह कार्य 13.87 करोड़ में बनेगा।
इसकी क्षमता 10 एमवीए की होगी, जिसमें पांच-पांच एमवीए के दो पावर ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। इससे स्टेडियम के लिए बिजली सप्लाई तो होगी ही साथ ही आसपास के क्षेत्रों में भी इससे आपूर्ति होगी। इस उपकेंद्र पर 132 केवी पारेषण विद्युत उपकेंद्र राजातालाब से बिजली आएगी।
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इस नए उपकेंद्र के लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है। एक-दो माह में निर्माण शुरू होने की भी संभावना है। वैसे गंजारी नाम से पहले से ही एक विद्युत उपकेंद्र है, लेकिन वह स्टेडियम से काफी दूर है। उस उपकेंद्र की भी क्षमता बढ़ाई गई है। इसके साथ ही चार अन्य उपकेंद्रों दौलतपुर न्यू, पन्नालाल पार्क, न्यू रामनगर व भट्ठी की भी क्षमता पांच एमवीए से बढ़कर 10 एमवीए की गई है। वहीं इसके अलावा काशीपुर व गोईठहरा उपकेंद्र की भी क्षमता वृद्धि की जानी है।
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यह कार्य माडर्नाजेशन स्कीम के तहत हो रहा है। ये कार्य हो जाने के बाद अगले वर्ष गर्मी तक बिजली व्यवस्था में काफी सुधार हो जाएगी। उपकेंद्र या ट्रांसफार्मर ओवरलोड की समस्या से काफी हद तक राहत मिलेगी, जिससे की विद्युत आपूर्ति बेहतर हो पाएगी। इसके अलावा पूरे शहर में बिजली के तार भूमिगत किए जाने की भी योजना बनी है। इससे गली-मोहल्लों को तारों के जंजाल से मुक्ति मिलेगी। यह कार्य स्काडा के तहत लगभग 888 करोड़ में होंगे।
इससे आंधी-बारिश में लोकल फाल्ट की समस्या दूर होगी। बिजली चोरी रूकेगी और लाइन लास भी कम होगा। निर्बाध विद्युत आपूर्ति के साथ करंट से जान जाने का खतरा भी कम होगा। सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डेटा एक्विजिशन (स्काडा) स्मार्ट डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के तहत पूरे शहर में रिंग मेन यूनिट (आरएमयू) भी लगाया जाना है। स्काडा के तहत भिखारीपुर स्थित पूर्वांचल डिस्काम में एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा, जहां से पूरे शहर का बिजली नेटवर्क दिखाई देगा।
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कहीं फाल्ट होगा तो तुरंत वास्तविक लोकेशन का पता चल जाएगा। इसके फाल्ट पासेज इंडिकेटर (एफपीआइ) भी इससे कनेक्ट रहेगा। साथ ही यह व्यवस्था फील्ड में लगी आरएमयू से भी जुड़ा रहा है। इसके लिए शहर में 400 आरएमयू लगाई जानी है। एक आरएमयू दो फीडर से जुड़ी रहेगी। अगर किसी एक फीडर लाइन पर कोई फाल्ट होता है तो तत्काल आटोमेटिक दूसरे फीडर से आपूर्ति शुरू हो जाएगी।
बोले अधिकारी
गंजारी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के लिए अलग से नया विद्युत उपकेंद्र बनाया जाएगा। प्रस्ताव की स्वीकृति मिल गई है। राशि जारी होते ही निर्माण शुरू हो जाएगा। इस बीच टेंडर जारी हो गया है। इस उपकेंद्र से स्टेडियम के साथ ही आसपास के गांवों में भी विद्युत आपूर्ति होगी।
- राकेश कुमार पांडेय, मुख्य अभियंता, वाराणसी प्रथम जोन, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड।
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