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    काशी पहुंचें तेंदुलकर परिवार... मां-बेटी ने घंटों बैठकर चुनी बनारसी साड़ियां; अर्जुन की दुल्हनिया के लिए खास कलेक्शन

    Updated: Thu, 20 Nov 2025 01:30 AM (IST)

    सचिन तेंदुलकर की पत्नी अंजलि तेंदुलकर ने अपनी बहू सानिया चंडोक और परिवार के अन्य सदस्यों के लिए बनारसी साड़ियां खरीदीं। उन्होंने बेटी सारा के साथ काशी के दो प्रसिद्ध साड़ी प्रतिष्ठानों का दौरा किया और हथकरघा साड़ियों की कारीगरी की सराहना की। उन्होंने विवाह समारोहों के लिए अलग-अलग थीम के अनुरूप साड़ियों का चयन किया और मंदिर में दर्शन भी किए।

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    गोलघर स्थित धनवर्षा सिल्क में बनारसी साड़ियों की खरीदारी करने पहुंचीं अंजलि तेंदुलकर, सारा तेंदुलकर, प्रतिष्ठान अधिष्ठाता व कर्मचारी। स्रोत प्रतिष्ठान

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। ऐसा माना जाता है कि बनारसी साड़ी के बिना शादी की रस्में अधूरी रहती हैं। यह बात सभी पर लागू होती है, चाहे वह आम परिवार हो या कोई सेलिब्रिटी। इसी तरह, काशी के दो दिवसीय दौरे पर आईं मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की पत्नी डॉ. अंजलि तेंदुलकर ने अपने बेटे अर्जुन की शादी के लिए साड़ियां खरीदीं।

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    इनमें उनकी होने वाली बहू सानिया चंडोक, खुद के लिए, अपनी बेटी के लिए और रिश्तेदारों के लिए साड़ियां शामिल थीं। उन्होंने अपनी बेटी सारा तेंदुलकर के साथ दो दुकानों पर साड़ियां चुनने में घंटों बिताए। दोनों दुकानों में पारंपरिक हथकरघा साड़ियों पर खास ध्यान दिया गया। बनारसी कारीगरों की उत्कृष्ट हस्तनिर्मित साड़ियों को देखकर मां और बेटी मंत्रमुग्ध हो गईं।

    चार महीने पहले, सचिन और अंजलि के बेटे अर्जुन की सगाई मुंबई के प्रतिष्ठित घई परिवार की बेटी सानिया चंडोक से एक निजी समारोह में हुई थी। सचिन ने अपने "आस्क मी एनीथिंग" सत्र के दौरान एक प्रशंसक के सवाल के जवाब में इसकी पुष्टि की।

    सोमवार को काशी पहुंचकर अंजलि और सारा ने वरिष्ठ पुजारी पं. श्रीकांत मिश्र के मार्गदर्शन में बाबा श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन की पूरी रस्में निभाईं। मंदिर के अन्नक्षेत्र में उन्होंने आम श्रद्धालुओं की तरह जमीन पर बैठकर प्रसाद ग्रहण किया। सीईओ विश्वभूषण मिश्र और एसडीएम शंभूशरण के साथ उन्होंने मंदिर परिसर का भ्रमण किया और इसके विस्तार की कहानी सुनी। वे पीली कोठी स्थित साड़ी प्रतिष्ठान अब्दुल मतीन एंड कंपनी गईं और उनसे हथकरघा साड़ियां दिखाने का अनुरोध किया गया।

    प्रतिष्ठान के निदेशक इमरान मतीन के अनुसार, दोनों ने बनारसी साड़ियों को बारीकी से देखा और बुनाई की सराहना की। उन्होंने कारीगरी और शिल्प कौशल की प्रशंसा की और जो पसंद आया उसे खरीद लिया। अगले दिन अंजलि और सारा गोलघर स्थित धनवर्षा साड़ियों में गईं। वे आम ग्राहकों की तरह दुकान में बैठीं और कढ़ाई, ब्रोकेड और टिशू की बनारसी साड़ियों को देखा।

    धनवर्षा सिल्क्स के श्याम कपूर ने बताया कि अंजलि ने मुख्य विवाह समारोह, मेहंदी समारोह और रिसेप्शन के लिए अलग-अलग थीम के अनुरूप प्रीमियम कलेक्शन से साड़ियाँ चुनीं। उन्होंने पारंपरिक डिज़ाइनों में गहरी रुचि दिखाई। अंजलि और सारा की पसंद में शाही रंग साफ झलक रहे थे। उन्होंने कई साड़ियों के ऑर्डर बुक किए और उनकी गुणवत्ता, कलेक्शन और सेवा की सराहना की। इस दौरान, उन्होंने स्टोर में दीना की चाट का भी स्वाद चखा।