बीएचयू में रोजगार मेले का आयोजन, रोजगार के अवसर बढ़ाने पर मंथन
विशेषज्ञों ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में रोजगार मेले को संबोधित करते हुए युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। कौशल विकास के महत्व पर जोर दिया और युवाओं को आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। सरकार कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को सक्षम बनाने के लिए काम कर रही है।

शताब्दी कृषि प्रेक्षागृह बीएचयू में रोजगार मेले का आयोजन।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। केंद्रीय राज्य मंत्री, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार, कमलेश पासवान ने शुक्रवार को काशी हिंदू विश्वविद्यालय के शताब्दी कृषि प्रेक्षागृह में सत्रहवें रोजगार मेले का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने देशभर में चयनित 51,000 से अधिक अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के अंतर्गत वाराणसी में उपस्थित नवचयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए।
कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने प्रतिभासेतु पोर्टल का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि जो उम्मीदवार यूपीएससी की अंतिम सूची तक पहुंचे किंतु सफल नहीं हो पाए, उनकी मेहनत अब व्यर्थ नहीं जाएगी। इस पोर्टल के माध्यम से निजी और सार्वजनिक संस्थाएं उन युवाओं को अवसर प्रदान कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं की प्रतिभा का सदुपयोग ही भारत के युवा सामर्थ्य को दुनिया के सामने लाएगा।
रोजगार मेले में उपस्थित अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि यह केवल नियुक्ति पत्र नहीं, बल्कि देश सेवा का निमंत्रण पत्र है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के विकसित भारत 2047 के संकल्प को साकार करने में नव नियुक्त अभ्यर्थियों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। आपकी ईमानदारी, निष्ठा और सेवा भावना ही राष्ट्र की प्रगति का आधार बनेगी। जनता का विश्वास आपके आचरण और कर्म से और सशक्त होगा। आप केवल सरकारी कर्मचारी नहीं, बल्कि भारत के भविष्य के निर्माता हैं।
उन्होंने काशी को ज्ञान, संस्कार और परंपरा की पावन भूमि बताते हुए कहा कि महामना पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा स्थापित इस महनीय विश्वविद्यालय से देश के युवाओं को सेवा चयन का नियुक्ति पत्र प्रदान किया जाना अत्यंत गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि नवचयनित अभ्यर्थी ही सरकार का चेहरा हैं, आपकी सेवा भावना और व्यवहार से जनता सरकार पर और अधिक विश्वास करेगी।
राज्य मंत्री ने पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि आज पर्यावरण की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा आरंभ किए गए ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का उल्लेख करते हुए इसे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक अभिनव पहल बताया। उन्होंने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री द्वारा काशी में कराए गए विकासपरक कार्यों की भी सराहना की।
कार्यक्रम में बीएचयू के कुलपति प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी, आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रोफेसर अमित पात्रा, निदेशक डाक सेवाएं, वाराणसी परिक्षेत्र, प्रीति अग्रवाल, एवं गृह मंत्रालय के डिप्टी कमांडेंट नवनीत कुमार सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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