वाराणसी में चाइनीज मांझे से बिजली विभाग के सुपरवाइजर की गर्दन कटी
वाराणसी के रामनगर में चाइनीज मांझे से बिजली विभाग के सुपरवाइजर दीपक गोस्वामी का गला कट गया। वह चंदौली से लौट रहे थे तभी यह हादसा हुआ। स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी जान बचाई गई। घटना से लोगों में आक्रोश है और चाइनीज मांझे पर रोक लगाने की मांग की जा रही है।

इस प्रकार की घटनाएं न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि समाज के लिए भी गंभीर चिंता का विषय बन चुकी हैं।
जागरण संवाददाता (रामनगर) वाराणसी। ठंडी के मौसम में चाइनीज मांझे से होने वाली दुर्घटनाओं की घटनाएं बढ़ने लगी हैं। इसी क्रम में रामनगर के टेंगरा मोड़ पर एक गंभीर घटना घटी, जिसमें बिजली विभाग के सुपरवाइजर दीपक गोस्वामी का गला कट गया। दीपक, जो अयोध्या के निवासी हैं, बिजली विभाग कछवा में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत हैं।
गुरुवार की शाम लगभग चार बजे, दीपक किसी कार्य से चंदौली से कछवा बाजार लौट रहे थे। जब वे रामनगर बाईपास पुल पर पहुंचे, तभी चाइनीज मांझे की चपेट में आ गए। उन्होंने बाइक रोकी, लेकिन तब तक उनके गले में 8 सेंटीमीटर गहरा घाव बन चुका था। इस गंभीर स्थिति में दीपक वहीं गिर पड़े।
स्थानीय लोगों ने तुरंत उनकी सहायता की और उन्हें पी एन कॉलेज के निकट स्थित संभव ई एन टी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां डाक्टर अंकित सिंघला ने उनकी जान बचाते हुए 8 टांके लगाए। इस घटना की सूचना दीपक के अयोध्या स्थित परिजनों को दे दी गई है, और वे रामनगर के लिए रवाना हो चुके हैं।
इस घटना ने स्थानीय समुदाय में चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है। लोगों ने चाइनीज मांझा बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। चाइनीज मांझा, जो कि बेहद खतरनाक साबित हो रहा है, के उपयोग पर रोक लगाने की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है।
इस प्रकार की घटनाएं न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि समाज के लिए भी गंभीर चिंता का विषय बन चुकी हैं। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करें और उचित कदम उठाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।इस घटना ने एक बार फिर चाइनीज मांझे के खतरों को उजागर किया है, और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता को रेखांकित किया है।

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