पूर्वांचल में भारी बारिश के बाद मटर, सरसों, आलू में सब्जी की फसल को व्यापक नुकसान
पूर्वांचल में भारी बारिश के चलते मटर, सरसों और आलू की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। खेतों में पानी भरने से फसलें सड़ने लगी हैं, जिससे किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने सरकार से मुआवजे और फसल बीमा योजना के तहत सहायता की मांग की है। कृषि विभाग नुकसान का आकलन कर रहा है।

भारी बारिश से धान और सब्जियों को व्यापक नुकसान पहुंचा है।
| जागरण संवाददाता, (मिर्जामुराद) वाराणसी। प्रकृति की मार से किसान परेशान हो उठा है। दो दिनों से हो रही बेमौसम बारिश से खेतों में काटकर रखी धान की तैयार फसलें जलमग्न हो गई हैं। मिर्जामुराद, कल्लीपुर, बेनीपुर, नागेपुर, मेंहदीगंज, भिखारीपुर, रखौना, खजुरी, प्रतापपुर, खालिसपुर, अमिनी, करधना, लालपुर, टोडरपुर, भोरकलां, छतेरी, ठठरा, बिहड़ा, पूरे, रूपापुर, वादीपुर, डंगहरिया, मोंगलावीर, कोर्री समेत विभिन्न गांवों में हो रही बारिश से किसान चिंतित और परेशान हैं। प्रगतिशील किसान कमलेश सिंह, शार्दूल विक्रम सिंह, प्रदीप, धर्मेंद्र, सत्येंद्र आदि का कहना है कि बोझ बनाने के लिए खेत में काटकर छोड़ी गई धान की फसलें बारिश के पानी से डूब गई हैं। बारिश से फसलों को भारी क्षति पहुंची है। वहीं, चोलापुर क्षेत्र में भी धान की फसल तथा आलू व सब्जी की खेती को नुकसान पहुंचा है। धान की खड़ी फसल, गन्ना, बाजरा बारिश व तेज हवा के कारण लेट गई, वहीं कटाई कर खेत में पड़े धान की फसल पानी में डूबने से नष्ट हो गईं। मटर, सरसों, आलू सहित सब्जी की फसल भी प्रभावित हो रही है। भवानीपुर के किसान जितेंद्र यादव, अवधेश यादव, महदा गांव के संजय सिंह, कटारी गांव के शैलेंद्र सिंह बताते हैं कि दो दिन से हुई बारिश व तेज हवा से हमलोगों की खड़ी धान की फसल जमीन पर लेट गई, आलू की खेत में पानी भर गया। हमलोगों की हजारों रुपये लागत से तैयार खड़ी फसल नष्ट हो गई। काशी विद्यापीठ ब्लाक क्षेत्र के कोरौता, बनकट, नरऊर, उदयराजपुर, सरहरी, मंगलपुर, सगहट, हरिहरपुर, गोविंदपुर, देल्हना समेत कई गांवों में बारिश से धान की फसल प्रभावित है। खेत में काट कर रखे गए धान की फसल को ज्यादा नुकसान हुआ है। मुन्नालाल, मंगला पटेल, मौजीराम, राजेंद्र मिश्रा, यशवंत का कहना है कि धान की फसल तैयार हो गई थी।
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