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    IIT BHU एमटेक छात्र की कार्डियक अरेस्ट से मौत पर डाक्‍टरों ने बताई चौंकाने वाली वजह

    Updated: Wed, 03 Sep 2025 04:53 PM (IST)

    वाराणसी के आईआईटी बीएचयू में एक एमटेक छात्र की कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। 31 वर्षीय अनूप सिंह चौहान अपने हास्टल के कमरे में अचेत पाए गए जिसके बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। डाक्टरों ने मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया है जो युवाओं में तेजी से बढ़ रही है।

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    हृदय रोग विभाग के प्रो. ओमशंकर ने छात्रों को तनाव से बचने की सलाह दी है।

    मुकेश चंद्र श्रीवास्‍तव, वाराणसी। आइआइटी बीएचयू के एमटेक के छात्र की कार्डियक अरेस्ट से मौत की घटना ने एक बार फ‍िर से बीमारी को लेकर लोगों को चौंकाया है। पहले बुजुर्गों की बीमारी के तौर पर पहचान रखने वाले कार्ड‍ियक अरेस्‍ट ने युवाओं को भी चपेट में लेना शुरू कर द‍िया है। डाक्‍टरों की सलाह भी युवाओं को लेकर काफी चौंकाने वाली है।  

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    दरअसल आइआइटी बीएचयू के पीसी रे हास्टल में बुधवार तड़के एमटेक प्रथम वर्ष के छात्र अनूप सिंह चौहान (31) की कार्डियक अरेस्ट की वजह से मौत होने की घटना सामने आई है। सहयोगी छात्रों के अनुसार वह अपने कमरा नंबर 113 में सुबह साथी छात्रों को अचेत अवस्था में मिला था। आइआइटी प्रशासन को इस बाबत सूचना दी गई तो आनन फानन उसे बीएचयू के सर सुंदरलाल की इमरजेंसी ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

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    वहीं विशेषज्ञों ने उसकी मौत की प्रारंभ‍िक वजह कार्डियक अरेस्ट बताया है। आजमगढ़ में मेहनाजनगर का निवासी अनूप मैकेनिकल इंजीनियरिंग का छात्र था। छात्रों ने बताया क‍ि वह मंगलवार की रात खाना खाकर पढ़ाई करने चला गया। कमरे का दरवाजा खोलकर वह पढ़ाई करते करते लेट कर देर रात सो गया था। वहीं सुबह बगल के कमरे से साथी छात्र उठे तो उसे आवाज दी। नहीं उठने पर दोस्त जगाने लगे। अनूप पूरी तरह से बेहोशी की हालत में बेड पर पड़ा था। शरीर में कोई हरकत नहीं होने पर उसे प्रारंभ‍िक उपचार देने का प्रयास हुआ मगर सब व्‍यर्थ साब‍ित हुआ। 

    अब स्व.अनूप सिंह चौहान, रोल नंबर 25132031 एम.टेक प्रथम वर्ष, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग पता: ग्राम मऊपरासिन, पोस्ट: मेहनाजपुर, जिला: आज़मगढ़, छात्रावास: प्रफुल्ल सी रे, कमरा नं. 313 एक गुजरे हुए हादसे की एक इबारत भर रह गई है। कार्ड‍ियक अरेस्‍ट के मामले ने पर‍िसर में एक बार फ‍िर श‍िक्षा के दबाव और पढ़ाई के मन पर हावी होने के घावों को हरा क‍ि‍या है। 

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    च‍िकि‍त्‍सकीय सलाह

    चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू हृदय रोग विभाग के प्रो. ओमशंकर इस प्रकार की स्‍थ‍ित‍ि को लेकर काफी हद तक स्‍पष्‍ट क‍िया है। बताया क‍ि अधिक तनाव के कारण कार्डियक अरेस्ट व अन्य समस्या बढ़ रही है। इसलिए छात्रों को अधिक तनाव लेने से बचना चाहिए। फ्री माइंडेड होकर पढ़ाई करनी चाहिए। कोई भी दिक्कत हो तो चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। साथ ही अपने परिजनों से भी हर बात बतानी चाहिए। ऐसे इस मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मृत्यु का कारण है।

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