बनारस महोत्सव हस्तशिल्प मेला में दिखा भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों का अनोखा संगम
वाराणसी में देव दीपावली और गंगा महोत्सव के अवसर पर चौकाघाट के अर्बन हाट में 31 दिवसीय बनारस महोत्सव हस्तशिल्प मेला शुरू हुआ। मंत्री दयाशंकर मिश्र ने इसका उद्घाटन किया। मेले में भारत के विभिन्न राज्यों के हस्तशिल्प उत्पाद उपलब्ध हैं, जिससे स्थानीय लोगों को खरीदारी में आसानी होगी। महिलाओं की भारी भीड़ देखी गई।

मेले में रामपुर की चादर, कश्मीरी शाल, बनारसी साड़ी जैसे कई आकर्षण हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। देव दीपावली और गंगा महोत्सव के अवसर पर चौकाघाट स्थित अर्बन हाट, सांस्कृतिक संकूल में (24 अक्टूबर-23 नवंबर) तक आयोजित 31 दिवसीय बनारस महोत्सव हस्तशिल्प मेला का उद्घाटन बुधवार को प्रदेश के आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ दयाशंकर मिश्र 'दयालु' ने फीता काटकर किया।
इस अवसर पर मंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र 'दयालु' ने कहा कि यह मेला भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों का अनोखा संगम है। बनारस एवं आसपास के निवासियों के लिए यह हर्ष और उल्लास का विषय है कि अब उन्हें दूर-दूर जाकर हस्तशिल्प उत्पाद खरीदने की आवश्यकता नहीं है।
लोग सीधे अर्बन हाट में आयोजित इस मेले में भारत के विभिन्न राज्यों के हस्तशिल्पियों द्वारा निर्मित उत्पादों की खरीदारी कर सकते हैं। मेले के छठे दिन महिलाओं की भारी भीड़ देखने को मिली। मेले में घरेलू उपयोगी सभी सामान उपलब्ध हैं। मेले का प्रवेश नि:शुल्क है और इसका समय दोपहर 12 बजे से रात्रि 10 बजे तक है।
मेले के मुख्य आकर्षण में रामपुर की चादर, लेदर जैकेट, कश्मीरी शाल, सदरी बंडी, बेडशीट, कंबल, रजाईयां, दिल्ली की आर्टीफिशियल ज्वैलरी, बनारसी साड़ी, लखनऊ चिकन, किचन वेयर कटलरी, बच्चों के खिलौने, जूट बैग, गिफ्ट आईटम, खादी कुर्ता पजामा, खादी कुर्ती, भागलपुर साड़ी सूट, गुजराती बेड शीट और खान-पान के स्टाल शामिल हैं।
उद्घाटन समारोह में अजय कुमार तिवारी, आशुतोष मिश्रा (मेला प्रभारी), क्षेत्रीय पार्षद बृजेश श्रीवास्तव, अरुण मिश्रा, गौरव राठी, चंद्रकांत मिश्रा, शिशिर कुमार, राजेश, विनय और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
इस मेले का आयोजन न केवल स्थानीय हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि यह बनारस की सांस्कृतिक धरोहर को भी उजागर करेगा। यह मेला न केवल खरीदारी का अवसर है, बल्कि यह विभिन्न राज्यों की संस्कृति और कला का भी प्रदर्शन करता है। इस प्रकार, बनारस महोत्सव हस्तशिल्प मेला एक महत्वपूर्ण मंच है, जो भारतीय हस्तशिल्प को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होगा।

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