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    चंदौली में विदाई को लेकर ससुराल पक्ष ने लाइसेंसी बंदूक से झोंका फायर, कहा - 'मनमुताब‍िक नहीं म‍िली बहू'

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Wed, 10 Dec 2025 12:10 PM (IST)

    चंदौली के रोहाखी गांव में बहू की विदाई को लेकर ससुराल पक्ष ने लाइसेंसी बंदूक से फायरिंग की। घटना पचपरा गांव में हुई, जहाँ 2019 में सतीश गुप्ता की बेटी ...और पढ़ें

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     पुलिस ने आरोप‍ित शंभू गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।

    जागरण संवाददाता, चंदौली। थाना क्षेत्र के रोहाखी गांव में बहू की विदाई को लेकर उत्पन्न विवाद में ससुराल पक्ष की ओर से गोली चलाई गई। यह घटना पचपरा गांव में हुई, जहां सतीश गुप्ता की बेटी का विवाह वर्ष 2019 में बिहार प्रांत के कैमूर जिले में हुआ था। इस विवाह की व्यवस्था रोहाखी गांव के शगल गुप्ता ने की थी।

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    विवाह के बाद, वर पक्ष के शंभू गुप्ता ने नाराजगी व्यक्त की, क्योंकि उन्हें लड़की मन मुताबिक नहीं मिली। विदाई के बाद, सोमवार की रात लगभग एक बजे, शंभू गुप्ता अपने घर से रोहाखी गांव पहुंचे। वहां उनकी शगल गुप्ता से नोक-झोंक हुई। इसी दौरान, शंभू ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से फायरिंग कर दी। हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।

    घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अरुण प्रताप सिंह मय फोर्स मौके पर पहुंचे और आरोपित शंभू गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मौके से फायरिंग किया हुआ खोखा और लाइसेंसी बंदूक भी बरामद की। इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।

    स्थानीय लोगों के अनुसार, यह घटना विवाह के बाद की विदाई को लेकर उत्पन्न तनाव का परिणाम है। विवाह के दौरान वर पक्ष की नाराजगी ने इस विवाद को जन्म दिया, जो अंततः हिंसक रूप ले लिया। पुलिस ने इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई करते हुए आरोपित को गिरफ्तार किया है।

    इस घटना ने विवाह के बाद संबंधों में बढ़ते तनाव और विवादों की ओर ध्यान आकर्षित किया है। समाज में इस प्रकार की घटनाएं चिंता का विषय बनती जा रही हैं, जहां पारिवारिक संबंधों में तनाव के कारण हिंसा का सहारा लिया जाता है। पुलिस प्रशासन ने इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई है। 

    इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए संवाद और समझदारी की आवश्यकता है, न कि हिंसा का सहारा लेने की। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई कर एक सकारात्मक संदेश दिया है कि कानून सभी के लिए समान है। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए समाज को एकजुट होकर प्रयास करने की आवश्यकता है।