वाराणसी में छठ पूजा के दौरान आधा दर्जन महिलाओं की चेन कटी, एक का मंगलसूत्र और दो भैंस चोरी
वाराणसी में छठ पूजा के दौरान चोरों ने कई महिलाओं को निशाना बनाया। आधा दर्जन महिलाओं की चेन और एक का मंगलसूत्र चोरी हो गया। इसके अतिरिक्त, दो भैंसों की चोरी की भी खबर है। इन घटनाओं से श्रद्धालुओं में आक्रोश है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

छठ के दौरान अपराध की घटनाएं भी खूब हुईं।
जागरण संवाददाता (रामनगर) वाराणसी। नगर क्षेत्र के बलुआ घाट पर छठ पूजा के अवसर पर महिला चेन स्नैचरों ने आधा दर्जन महिलाओं का चेन काटने का प्रयास किया। इस दौरान रस्तापुर निवासी ज्योति कुमारी का मंगलसूत्र भी चोरी हो गया।
चोरों के इस गैंग ने एक दर्जन मोबाइल और चार बैग भी चुरा लिए। बलुआ घाट पर पूजा के समय भारी भीड़ का फायदा उठाते हुए स्नैचरों ने अपनी वारदात को अंजाम दिया।
घटना के अनुसार, मच्छरहट्टा वार्ड की रमावती देवी जब पूजा कर रही थीं, तभी स्नैचरों ने उनकी चेन काट दी। चेन उनके कपड़ों पर गिर गई, जिससे वह बच गईं। इसके बाद, प्रमिला देवी के साथ भी इसी तरह की घटना हुई। प्रमिला ने चेन कटने की आवाज सुनी और स्नैचरों को भागने का मौका नहीं दिया।
लेकिन, रस्तापुर की ज्योति देवी का मंगलसूत्र चुराने में स्नैचर सफल रहे। घटना के बाद ज्योति देवी का रो-रोकर बुरा हाल था, जबकि पुलिस ने उन्हें केवल सलाह दी कि वे असली सोना पहनकर पूजा में न आएं।
इस घटना के बाद, घाट पर अन्य पूजा स्थलों से भी लगभग एक दर्जन महिलाओं के मोबाइल गायब मिले और चार महिलाओं के पर्स भी चोरी हो गए। ज्ञात हो कि सोमवार को मच्छरहट्टा वार्ड की प्रीति जायसवाल की चेन काटने के दौरान दो स्नैचर महिलाओं को पूजा करने वाली महिलाओं ने पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया।
इसके बावजूद, मंगलवार सुबह पुलिस घाट पर मुश्तैद नहीं दिखी। पकड़ी गई दोनों महिलाओं का पुलिस ने शांतिभंग के आरोप में चालान कर खानापूर्ति कर दी।
इस प्रकार की घटनाएँ न केवल महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाती हैं, बल्कि पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर प्रश्न खड़े करती हैं। छठ पूजा जैसे महत्वपूर्ण अवसर पर इस तरह की घटनाएँ समाज में भय का माहौल पैदा करती हैं। स्थानीय निवासियों ने पुलिस से मांग की है कि वे इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करें।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि त्योहारों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सख्त करने की आवश्यकता है, ताकि ऐसी घटनाएँ भविष्य में न हों।

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