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    नगर निगम को चार जोन में बांटने के आरोप का प्रशासन ने क‍िया खंडन, कांग्रेस ने ल‍िया श्रेय

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Thu, 30 Oct 2025 02:34 PM (IST)

    वाराणसी नगर निगम में जोनों के पुनर्गठन को लेकर विवाद है। प्रशासन ने चार जोन बनाने की योजना से इनकार किया है, जबकि कांग्रेस ने दावा किया है कि उनके विरोध के कारण नगर निगम को अपना निर्णय वापस लेना पड़ा। कांग्रेस ने शहर में सफाई और अन्य समस्याओं को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है।

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    जनसंख्या के आधार पर तीन श्रेणियों में विभाजित कर पुनरीक्षण एवं पुनर्गठन किया जा रहा है।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। अपर नगर आयुक्त ने बताया कि शासन द्वारा प्रदेश के नगरीय निकायों में जनसंख्या के वर्तमान प्रक्षेपण के आधार पर नगर निगमों को प्रशासनिक सुविधा के दृष्टिगत जनसंख्या के आधार पर तीन श्रेणियों में विभाजित कर पुनरीक्षण एवं पुनर्गठन किया जा रहा है।

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    इसमें पांच लाख की जनसंख्या पर एक जोन का गठन किया गया है। 20 लाख से अधिक जनसंख्या वाले नगर निगम को प्रथम श्रेणी में रखा गया है। जिसमें जोन की संख्या 04 निर्धारित की गयी है। साथ ही यह भी बताया गया क‍ि नगर निगम, वाराणसी में पूर्व में पांच जोन संचालित थें।

    बढ़ती जनसंख्या के सापेक्ष नगरीय निकायों में गुणवत्तापूर्ण जनसुविधाओं एवं सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने हेतु वर्तमान में आठ जोन (आदमपुर, रामनगर, दशाश्वमेध, कोतवाली, भेलूपुर, वरूणापार, सारनाथ एवं ऋषि मांडवी जोन) संचालित किये जा रहे है। नगर निगम, वाराणसी द्वारा चार जोन संचालित करने की कोई भी कार्यवाही वर्तमान में प्रचलित नहीं होने की जानकारी प्रशासन की ओर से आने के बाद कांग्रेस ने गुरुवार को इसका श्रेय ल‍िया है। 

    महानगर कांग्रेस कमेटी ने कहा कि नगर निगम ने अपने आठ जोन की संख्या घटाकर चार जोन में करने का निर्णय लिया था। जिसका महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने जोरदार विरोध करते हुए व्यापक आंदोलन की चेतावनी दी थी और कहा कि नगर निगम आठ जोन के रहते समस्या का समाधान नहीं कर पा रही है और कई मोहल्ला वार्डों में कूड़ों का ढेर लगा हुआ है सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं होने के चलते हैं नालियां बजबजा रहीं हैं।

    कहीं सीवर का पानी सड़कों पर बह रहा है कई वार्डों मे स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हुई है तो कई वार्डों में क्षतिग्रस्त सड़कों के चलते लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। आम नागरिकों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में नगर निगम द्वारा चार जोन में किया जाना कहीं से भी उचित नहीं है। यदि ऐसा किया गया तो कांग्रेस जन वार्डों की ज्वलन समस्याओं को लेकर नगर निगम की तानाशाही रवैये के खिलाफ कांग्रेस व्यापक बनाने पर आंदोलन करेगी।

    महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे ने कहा क‍ि आंदोलन की चेतावनी दिए जाने पर आखिरकार नगर निगम को अपना निर्णय वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। महानगर कांग्रेस कमेटी की हुई बैठक में महानगर उपाध्यक्ष सतनाम सिंह डॉ. राजेश गुप्ता अरुण सोनी वकील अंसारी मयंक चौबे रमजान अली संतोष चौरसिया ने अपने एक वक्तव्य में नगर आयुक्त द्वारा चार जोन में बांटे जाने के आरोपों को बेबुनियाद कहे जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की।

    कहा कि 23 अक्टूबर को नगर निगम द्वारा चार जोन में बांटने का निर्णय लिया था। जिसका महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने प्रेस रिलीज कर शासन व नगर निगम की शासन व नगर निगम की अविवेकपूर्ण निर्णय के खिलाफ जनहित में व्यापक आंदोलन की चेतावनी दी थी। जिससे भारी विरोध के चलते आखिरकार नगर निगम को अपना निर्णय वापस लेना पड़ा अब चार जोन नहीं आठ जोन बरकरार रहेंगे।

    महानगर कांग्रेस कमेटी ने नगर निगम को चेतावनी देते हुए कहा है कि महानगर के विभिन्न वार्ड मोहल्ले में सफाई अभियान नहीं चलाया गया सड़कों पर बह रहे सीवर के पानी की समस्याओं का समाधान एवं खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त नहीं किया गया तो कांग्रेस जन विभिन्न समस्याओं को लेकर शीघ्र ही व्यापक पैमाने पर आंदोलन चलाएगी।