वाराणसी में डेंगू के मामले 45 तक जा पहुंचे, बारिश और बाढ़ के बीच बीमारियों ने उठाया सिर
वाराणसी में डेंगू के मामले बढ़कर 45 तक हो गए हैं। बारिश के बाद जल-जमाव से मच्छरों के लार्वा पनपने का खतरा बढ़ गया है। मलेरिया विभाग ने हॉटस्पॉट क्षेत्रों में सक्रियता बढ़ाने का फैसला किया है। नागरिकों को जलभराव रोकने और मच्छरदानी का उपयोग करने की सलाह दी गई है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। शहर में डेंगू के मामलों की संख्या अब 45 तक जा पहुंची है। हाल की बारिश के बाद शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जल- जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे मच्छरों के लार्वा पनपने का खतरा बढ़ गया है।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए मलेरिया विभाग ने हाट स्पाट क्षेत्रों में सक्रियता बढ़ाने का निर्णय लिया है। विभाग का जोर है कि इन क्षेत्रों में अभियान चलाकर त्वरित कार्रवाई की जाए। यदि समय रहते सभी हाट स्पाट क्षेत्रों को कवर नहीं किया गया, तो निश्चित रूप से डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया के मामलों में वृद्धि देखने को मिलेगी।
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मलेरिया विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जल -जमाव वाले क्षेत्रों में मच्छरों का प्रजनन तेजी से हो रहा है। ऐसे में नागरिकों को भी सतर्क रहने की आवश्यकता है। विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अपने आसपास के क्षेत्रों में जलभराव को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। इसके साथ ही, मच्छरों के प्रजनन स्थलों को समाप्त करने के लिए नियमित रूप से सफाई का ध्यान रखें।
आज क्षेत्र में बुखार की ट्रैकिंग - 297
क्षेत्र में बुखार की ट्रैकिंग- 850
क्षेत्र में आज क्लोरीन वितरण- 7669
क्षेत्र में क्लोरीन वितरण- 38372
जुलाई 2025 में - डेंगू के चार मामले सामने आए।
अगस्त 2025 में - आज तक 01 मामले।
जुलाई 2025 में मलेरिया के 02 मामले।
अगस्त 2025 में मलेरिया के 02 मामले।
इस बीच, स्वास्थ्य विभाग ने स्थानीय निवासियों को सलाह दी है कि वे अपने घरों के आसपास पानी जमा न होने दें और नियमित रूप से अपने घरों में मच्छरदानी का उपयोग करें। इसके अलावा, मच्छर भगाने वाली क्रीम और स्प्रे का उपयोग भी किया जाना चाहिए। विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू की जांच की सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।
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वाराणसी में डेंगू के मामलों में वृद्धि के साथ ही, चिकनगुनिया और मलेरिया के मामलों में भी इजाफा हो सकता है। इसलिए, स्वास्थ्य विभाग ने सभी संबंधित एजेंसियों को निर्देशित किया है कि वे इस दिशा में तत्परता से कार्य करें। विभाग का मानना है कि यदि समय रहते उचित कदम उठाए गए, तो इन बीमारियों के प्रसार को नियंत्रित किया जा सकता है।
वहीं दूसरी ओर वाराणसी में डेंगू के मामलों की बढ़ती संख्या एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है। नागरिकों को चाहिए कि वे स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन करें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। यदि सभी मिलकर प्रयास करें, तो इस समस्या का समाधान संभव है।
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