"जान हो जेल से रिहा हो गईली..." गाने पर पुलिस थाने का वीडियो वायरल, दोबारा जेल भेज दिया गया, देखें वीडियो...
चौबेपुर थाने से निकलते हुए एक युवक ने गाने को एडिट करके वीडियो बनाया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में अतुल सोनकर और सूरज राय का नाम लिखा है। पुलिस के अनुसार अतुल सोनकर ने यह वीडियो वायरल किया है। पुलिस ने दबिश देकर अतुल सोनकर और राहुल राजभर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, (चौबेपुर) वाराणसी। एक युवक का थाने से बाहर निकलने और रंगबाजी से भरा रील वायरल होने के बाद पुलिस के होश उड़ गए। जेल से रिहा होने के एक गीत को एडिट कर एक रील बनाकर युवक द्वारा वायरल करना उसपर भारी पड़ गया। फर्जी थाने से जेल से लौटने की कहानी गढ़ कर रील बनाने पर पुलिस ने असल में ही उसे जेल भेज दिया।
वीडियो बनाने के बाद युवक ने रविवार की सुबह इसे खूब प्रसारित किया सोशल मीडिया पर देखते ही देखते यह तेजी से वायरल हो गया। पुलिस के अनुसार इस वीडियो को युवक ने चौबेपुर थाने के बाहर पान की दुकान पर बैठकर बनाया था। इस बाबत पुलिस ने आरोपितों पर कार्रवाई करके सबक भी सिखाया है।
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वायरल हो रहे वीडियो के शीर्षक में अंग्रेजी में लिखा है "अतुल सोनकर 77" और "सूरज राय 9883", जिससे यह स्पष्ट होता है कि वीडियो बनाने वाले युवक का नाम अतुल सोनकर है। वायरल वीडियो की पड़ताल के बाद पुलिस ने भी इस वीडियो के वायरल होने की पुष्टि करते हुए आरोपितों को स्थानीय होने की वजह से जांच में सामने आने के बाद पकड़ लिया और विधिक कार्रवाई की।
देखें वीडियो :
#Varanasi में चौबेपुर थाने के अंदर से बाहर तक युवक ने बनाया रील। जान हो जेल से रिहा हो गईली...', थाने के अंदर से बाहर तक युवक की यह रील का वीडियो देखते ही देखते वायरल हो गया। pic.twitter.com/FQOPQyjCRn
— Abhishek sharma (@officeofabhi) September 7, 2025
वायरल हो रहे वीडियो के बाबत कार्यवाहक थानाध्यक्ष राजेन्द्र यादव ने बताया कि वीडियो बनाने वाले युवक के साथियों ने इसे पान की दुकान पर बैठकर बनाया है। वीडियो में पुलिस कर्मियों की उपस्थिति भी देखी जा सकती है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अतुल सोनकर, जो रौना कलां का निवासी है और राहुल राजभर, जो मुनारी चौबेपुर का निवासी है, दोनों को ही गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।
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थाने से इस दुस्साहसपूर्ण वीडियो के वायरल होने से जहां पुलिस के थाने का रौब घटा है वहीं घटना ने स्थानीय पुलिस प्रशासन के लिए एक चुनौती पेश की है। क्योंकि, सोशल मीडिया पर इस तरह के वीडियो का वायरल होना कानून व्यवस्था के लिए गंभीर चिंता का विषय है। पुलिस ने इस मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है और आगे की जांच जारी है। पुलिस के अनुसार विवेचना के साथ ही आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि थाने की छवि का प्रयोग कानून के पालन के लिए हो न कि रील बनाने के लिए।
वहीं दूसरी ओर रीलबाजों पर पुलिसिया कार्रवाई के बाद स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस तरह के वीडियो बनाना और उन्हें सोशल मीडिया पर साझा करना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह समाज में गलत संदेश भी फैलाता है। वहीं पुलिस ने भी लोगों से अपील की है कि वे इस तरह की गतिविधियों में शामिल न हों और कानून का सम्मान करें।
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थाने के भीतर से लेकर बाहर तक बनाए गए इस रील की घटना ने यह भी दर्शाया है कि कैसे सोशल मीडिया का दुरुपयोग किया जा सकता है। पुलिस ने इस वजह से रीलबाजों को चेतावनी दी है कि ऐसे मामलों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अतुल सोनकर और राहुल राजभर की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने इस मामले में और भी कड़ी कार्रवाई का निर्णय लिया है। पुलिस का कहना है कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों और समाज में कानून व्यवस्था बनी रहे।
इस प्रकार की घटनाएं न केवल समाज में कानून के प्रति अवहेलना को दर्शाती हैं, बल्कि यह भी दिखाती हैं कि युवा पीढ़ी को सही दिशा में मार्गदर्शन की आवश्यकता है। पुलिस प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और आगे की कार्रवाई के लिए तत्परता इस बात का सुबूत है कि रीलबाजों के लिए जेल या थाने का हवालात ही एक मात्र स्थान है।
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