Updated: Thu, 28 Aug 2025 04:24 PM (IST)
वाराणसी के फुलवरिया वार्ड के एक स्कूल में मिड डे मील के दौरान खौलती दाल से एक छात्र झुलस गया। परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। दादी उषा देवी ने कहा कि मेनू में दाल नहीं थी फिर भी दाल कैसे बनी? उन्होंने आरोप लगाया कि घटना के बाद भी स्कूल ने तुरंत सूचना नहीं दी।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। फुलवरिया वार्ड तीन स्थित पहलु का पुरा प्राथमिक विद्यालय में सोमवार को मिड डे मील के दौरान हादसे में जले छात्र ऋषभ के परिजन व्यवस्था से क्षुब्ध हैं। बुधवार को मीडिया से बातचीत में दादी उषा देवी ने स्कूल स्टाफ पर नाराजगी जताई। कहा कि विद्यालय के लोगों की बड़ी लापरवाही के कारण ही सात वर्षीय ऋषभ सोनकर खौलती दाल से झुलस गया।
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एक सवाल यह भी है कि सोमवार को मिड डे मील के मीनू के हिसाब से सब्जी- रोटी बनानी चाहिए, लेकिन दाल का बनना अपने आप में नियम का मखौल उड़ाना है। इधर, छात्र की दादी ने आरोप लगाया कि खाना बनाने और बच्चों तक पहुंचाने की व्यवस्था में किसी ना किसी को वहां रहना चाहिए था।
अगर वहां कोई होता तो बच्चे धक्का-मुक्की नहीं करते और ये घटना नहीं होती। उन्होंने कहा कि घटना के बाद भी स्कूल प्रशासन ने तुरंत परिजनों को सूचना नहीं दी। बगल के एक डाक्टर के यहां भेज कर मरहम-पट्टी करा कर अपना काम खत्म मान लिया।
प्रधानाध्यापक या किसी ने सहानुभूति नहीं दिखाई जिससे आज हमारा बच्चा दुख झेल रहा है। गंभीर रूप से झुलसे ऋषभ को कबीरचौरा अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया। डाक्टरों ने बच्चे की हालत गंभीर बताते हुए 30 प्रतिशत जलने की पुष्टि की है।
परिवार का कहना है कि बच्चे का इतनी बुरी तरह से जलना वहां के लोगों की घोर लापरवाही का नतीजा है। घटना की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि आगे बच्चों के साथ ऐसी लापरवाही दोबारा न हो। बुधवार को स्कूल में खामोशी छाई थी। तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही थी। हालांकि काशी विद्यापीठ ब्लाक से चार लोग आकर मामले की जांच कर वापस लौट गए।
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