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    वाराणसी में चौराहों पर सिग्नल में लगेंगे टाइमर, जाम से न‍िराकरण के ल‍िए नए स‍िरे से पहल

    By Jay prakash pandeyEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Mon, 08 Dec 2025 11:33 AM (IST)

    वाराणसी में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल में टाइमर लगाए जाएंगे। इससे वाहन चालकों को सिग्नल बदलने का समय पता चलेगा और जाम ...और पढ़ें

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    वाराणसी में चौराहों पर लगी 21 सिग्नल लाइट में टाइमर लगाने की मांग की गई है।

    जेपी पांडेय, जागरण, वाराणसी। वाहनों से निकलने वाले धुएं से हवा दूषित होने, ध्वनि प्रदूषण व वाहन स्वामियों के जेब के खर्च को कम करने और यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर ट्रैफिक पुलिस (कमिश्नरेट पुलिस) ने नगर निगम को पत्र लिखकर चौराहों पर लगी 21 सिग्नल लाइट में टाइमर लगाने की मांग की है।

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    वहीं, नए चिह्नित 26 चौराहों और तिराहों पर सिग्नल लाइट लगाने का अनुरोध किया है। इतना ही नहीं, बंद पड़े छह सिग्नल को दुरुस्त करने को भी कहा है। टाइमर लगने के साथ चालक चौराहे पर अपने वाहन को बंद रखेंगे और पांच सेकेंड पहले वाहन स्टार्ट करने के साथ मंजिल को निकल जाएंगे। चौराहों पर एक मार्ग से वाहनों को गुजरने के लिए 30, 45 और 60 सेकेंड का समय तय रहता है।

    दो मार्गों के वाहनों को गुजरने में कम से कम डेढ़ से दो मिनट वाहन खड़े रहते हैं। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण होने के साथ पर्यटकों की संख्या बढ़ने से सड़कों पर वाहनों का दबाव अधिक हो गया है। ट्रैफिक पुलिस विभिन्न चौराहों और मार्गों पर जाम से जूझती रहती है। कई चौराहों पर सिग्नल लाइट लगी हैं।

    लाल, हरा और पीली लाइट के सहारे चालक चौराहों से निकलते हैं लेकिन टाइमर होने से चालक जल्दबाजी नहीं करेंगे। जैसे ही संबंधित मार्ग पर जाने के लिए पांच से 10 सेकेंड बचेंगे चालक अलर्ट हो जाएंगे। सिग्नल होने पर चौराहे पर खड़े रहते हैं 50 से 100 वाहन चौराहे पर सिग्नल लाइन होने पर एक मिनट से ज्यादा रुकने पर इंजन बंद करने से औसतन 0.1 से 0.2 लीटर ईंधन प्रति घंटे बचाया जा सकता है।

    यह बात दूसरी है कि गाड़ी के हिसाब से फ्यूल की मात्रा अगल-अलग होती है। प्रमुख चौराहों पर 50 से 100 वाहन ट्रैफिक सिग्नल के चलते खड़े रहते हैं। ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि इतने वाहनों से कितना फ्यूल खड़े वाहनों में जल जाता है।

    इन चौराहों पर लगी हैं सिग्नल लाइट: मलदहिया चौराहा, चौकाघाट, अंधरापुल, सिगरा, रथयात्रा, पांडेयपुर, लहरतारा, चेतमणि, पद्मश्री, बीएचयू, मंडुवाडीह, चांदपुर, रविंद्रपुरी, मरीमाई तिराहा, आशियाना, गोलगड्ढा, आकाशवाणी, साजन, काली माता मंदिर, भिखारीपुर, मुढैला। नए चिह्नित तिराहा और चौराहा: भेलूपुर चौराहा, मैदागिन, रामनगर, शास्त्री चौराहा, रविदास, पुलिस लाइन, कचहरी, महावीर मंदिर, सब्जी मंडी भोजूबीर, संदहा, पंचक्रोशी, पांडेयपुर पुलिस चौकी, हरहुआ रिंग रोड। इसी प्रकार कबीर चौराहा तिराहा, कचहरी आंबेडकर तिराहा, जेपी मेहता, गिलट बाजार, विशेश्वरगंज, पीएसी तिराहा, कमच्छा, सिगरा पेट्रोल पंप, ट्रामा सेंटर तिराहा, लकड़ी मंडी चौकाघाट, तेलियाबाग, ट्रामा सेंटर।

    शहर में वाहनों का दबाव बढ़ने और यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर चौराहों पर लगे 21 सिग्नल लाइट में टाइमर और 26 नए स्थानों पर सिग्नल लाइट लगाने के लिए पत्र लिखा गया है। वहीं, बंद पड़े सिग्नल लाइटों को दुरुस्त करने को कहा गया है।

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    अंशुमान मिश्र, एडीसीपी, ट्रैफिक।