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    'मुझे बचा लो, प्लीज कोई तो बाहर निकालो' ये थे अंकिता के आखिरी शब्‍द, मांग रही थी मदद; हत्‍यारे छलकाते रहे जाम

    Updated: Fri, 30 May 2025 06:02 PM (IST)

    Ankita Bhandari Murder Case अंकिता भंडारी हत्याकांड जिसने 2022 में पूरे देश को हिला दिया था में आखिरकार आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। वनन्तरा रिजॉर्ट में चल रहे अनैतिक कार्यों को छुपाने के लिए अंकिता को मारकर नहर में फेंक दिया गया था । डूबते वक़्त अंकिता मदद के लिए चिल्लाती रही लेकिन हत्यारे शराब पीते रहे।

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    Ankita Bhandari Murder Case:अंकिता के हत्‍यारों को आखिर कार उम्र कैद की सजा हो गई। Concept Photo

    जागरण संवाददाता, देहरादून। Ankita Bhandari Murder Case: अंकिता के हत्‍यारों को आखिर कार उम्र कैद की सजा हो गई। 2022 में सामने आए इस हत्‍याकांड ने उत्‍तराखंड के साथ ही पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। इंसाफ की मांग को लेकर उत्‍तराखंड में तो कई दिनों तक प्रदर्शन भी जारी है। शुक्रवार को सभी की नजरें अदालत के फैसले पर टिकी हुई थीं। क्‍योंकि उत्‍तराखंड की वादियों में जघन्‍य अपराध का अपनी तरह का पहला मामला था।

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    उस रात अंकिता 'मुझे बचा लो, प्लीज कोई तो मुझे बाहर निकाल लो' चीला नहर में डूबते हुए अपनी जान बचाने को छटपटाती रही, आरोपितों से गुहार लगाती रही, लेकिन हत्यारे शराब का जाम छलकाते रहे।

    वनन्तरा रिजॉर्ट के अंदर चल रहे अनैतिक कार्यों का राजफाश न हो, इसके लिए अंकिता को पूरी तरह से षडयंत्र रचकर ठिकाने लगाया गया। पहले आरोपित उसे बहाने से ऋषिकेश लाए और जब नहीं मानी तो चीला नहर में फेंक दिया। अंकिता ने डूबने से पहले दो बार पानी की लहरों से बाहर निकलकर बचने का प्रयास भी किया, लेकिन हत्यारे उसके डूबने का इंतजार करते रहे।

    कस्‍टमर को खुश करने का दबाव

    गुमशुदगी से लेकर हत्या तक पहुंचे इस जघन्य हत्याकांड में पुलिस ने आरोपितों से सच उगलवाया तो हर कोई हैरान रह गया। अपर पुलिस अधीक्षक शेखर सुयाल ने जब संदेह होने पर शुक्रवार सुबह तीनों आरोपित रिजॉर्ट मालिक पुलकित और प्रबंधक सौरभ समेत सहायक प्रबंधक अंकित को गिरफ्तार किया तो रिजॉर्ट में चल रहे अनैतिक कार्यों से लेकर अंकिता हत्याकांड तक की समस्त कड़ि‍यां खुल गईं।

    तीनों आरोपित अंकिता पर ग्राहकों को खुश करने दबाव डालते थे। अंकिता राजी नहीं हुई और उसने यह बात अपने सहयोगी को बता दी। जिससे आरोपित उससे नाराज हो गए व उनका अंकिता से विवाद भी हुआ। जब उन्हें अंकिता के रिजॉर्ट छोड़कर जाने की तैयारी का पता चला तो उन्होंने उसकी हत्या का षड्यत्र रचा।

    घुमाने के बहाने ले आए साथ

    पुलिस के मुताबिक 18 सितंबर की रात पुलकित, सौरभ और अंकित ऋषिकेश घुमाने के बहाने अंकिता को साथ ले आए। अंकिता सौरभ के साथ बाइक पर बैठी जबकि पुलकित व अंकित स्कूटी पर गए। ऋषिकेश में बैराज होते हुए चारों लोग एम्स के पास पंहुचे। वहां चारों में कुछ देर बात हुई और फिर वापस चले।

    वापसी में पुलकित ने अंकिता को स्कूटी पर बैठाया, जबकि सौरभ व अंकित बाइक पर चले। बैराज चौकी से कुछ आगे पहुंचने पर सभी चीला नहर किनारे रुक गए। पुलिस ने बताया कि यहां पुलकित, सौरभ व अंकित ने शराब पी। इस दौरान रिजॉर्ट के अनैतिक कार्यों को लेकर पुलकित और अंकिता का फिर विवाद हो गया।

    पुलकित ने अंकिता को दिया नहर में धक्का

    अंकिता ने चेताया कि वह रिसार्ट में चल रहे कामों की जानकारी अपने घरवालों और परिचितों को बता देगी। झगड़ा बढ़ने पर उसने पुलकित का मोबाइल नहर में फेंक दिया। इसके बाद पुलकित से अंकिता की हाथापाई भी हुई। पुलकित ने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया।

    वापस आकर रचा पूरा नाटक

    अंकिता की हत्या के बाद तीनों आरोपित जब देर रात रिजॉर्ट पहुंचे तो उन्होंने रिसार्ट स्टाफ को गुमराह करने के लिए पूरा नाटक रचा।

    अंकिता को जब आरोपित ऋषिकेश ले जा रहे थे तब रिजॉर्ट के स्टाफ के दो कर्मचारियों अभिनव व कुश ने उन्हें देख लिया था। रिजॉर्ट आने से पूर्व अंकित ने शेफ मनवीर को फोन कर चार व्यक्तियों का खाना बनाने को कहा। हत्या कर रिसॉर्ट लौटे तीनों आरोपित किनारे वाले दरवाजे से अंदर गए। अंकित ने अंकिता के लिए शेफ मनवीर से खाना लिया व खुद अंकिता के कमरे में गया, जबकि हमेशा खाना मनवीर ले जाता था।

    अगले दिन यानी 19 सितंबर की सुबह पुलकित व अंकित हरिद्वार जाने की बात कहकर निकल गए। वहां पुलकित ने नया मोबाइल खरीदा और दूसरे नंबर से रिजॉर्ट के एक कर्मचारी को फोन कर कहा कि उसका मोबाइल अंकिता के कमरे में रह गया है, जाकर ले आए।

    जब वह कर्मचारी कमरे में पहुंचा तो न अंकिता थी, न फोन। उसने मालिक पुलकित को इसकी जानकारी दी। जिस पर पुलकित को लगा कि उनका षड्यंत्र सफल हो गया और तीनों ने पटवारी चौकी पहुंचकर अंकिता की गुमशुदगी दर्ज करा दी।

    एक आडियो आया था सामने

    18 सितंबर का अंकिता की एक आडियो क्लीप सामने आई थी, जिसमें वह सहयोगी कर्मचारी को फोन कर रो रही थी। सहयोगी कर्मचारी से उसने अपना बैग लाने को कहा गया था। उसकी व्हाट्सअप चैट भी पुलिस ने जांची है, जिसमें पुलकित के गलत कामों के बारे में वह अपने एक करीबी दोस्त को बता रही थी। इसी दोस्त की सक्रियता के बाद अंकिता के लापता होने की जांच तेज हो सकी।

    भीड़ ने फाड़े आरोपितों के कपड़े

    पुलिस अभिरक्षा में न्यायालय ले जाए जा रहे तीनों आरोपितों पर आक्रोशित ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा था। महिलाओं ने पुलिस के वाहन से बाहर निकालकर आरोपितों को न सिर्फ पीटा बल्कि उनके कपड़े तक फाड़ डाले थे।