NCRB Report: उत्तराखंड में एक साल में महिला अपराध में आई 12% गिरावट, साइबर क्राइम भी घटा
उत्तराखंड में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की 2024 की रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 12% की कमी दर्ज की गई है। हत्या और दहेज हत्या के मामलों में भी गिरावट आई है। पुलिस ने अपहरण और दुष्कर्म के मामलों में भी सफलता हासिल की है। साइबर अपराधों में भी कमी आई है। गुमशुदा बच्चों के मामलों में भी पुलिस ने सराहनीय कार्य किया है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की वर्ष 2024 की रिपोर्ट में महिला अपराध में पिछले वर्षों की तुलना में 12 प्रतिशत की कमी आई है, जो कि अच्छी बात है। वर्ष 2022 में 4,337 महिला अपराध के मामले राज्य में पंजीकृत हुए।
वहीं, वर्ष 2023 में यह घटकर 3,808 हो गए, जबकि 2024 में महिला अपराध के 3,342 मामले ही सामने आए। आंकड़ों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि उत्तराखंड पुलिस के लगातार प्रयासों के फलस्वरूप महिला अपराध निरंतर घट रहा है, जो राहत की बात है।
सोमवार को सरदार पटेल भवन पुलिस मुख्यालय उत्तराखंड के सभागार में डा. नीलेश आनंद भरणे, पुलिस महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था ने महिलाओं एवं बच्चों के प्रति अपराधों के बारे में एनसीआरबी की रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में महिलाओं के प्रति होने वाले कुल अपराधों में 12 प्रतिशत की कमी आई है।
महिला अपराध में हत्या के मामलों में वर्ष 2024 में 2023 की तुलना में 1.75 प्रतिशत की कमी आई है। केवल 56 मामले हत्या के दर्ज किए गए। दहेज हत्या के मामलों में 2024 में 2023 की तुलना में 20 प्रतिशत की कमी आई है।
वर्ष 2024 में 530 अपहरण के मामले आए, जिसमें से 94 प्रतिशत मामलों का अनावरण किया गया। उन्होंने बताया कि दुष्कर्म के मामलों में भी 98 प्रतिशत मामलों का अनावरण हुआ है। साइबर अपराध के प्रति उत्तराखंड में पुलिस की ओर से लगातार कार्य किया जा रहा है। परिणामस्वरूप वर्ष 2024 में वर्ष 2023 की तुलना साइबर यौन अपराधों में 13 प्रतिशत की कमी आई है।
वर्ष 2023 में 1025 बच्चे हुए गुम, 933 हुए बरामद
आइजी ने बताया कि एनसीआरबी की वर्ष 2023 की रिपोर्ट प्रकाशित की गई है, जिसमें हिमालयी राज्यों से गुमशुदा बच्चों के बारे में आंकड़ों को भी प्रकाशित किया गया है। वर्ष 2023 में राज्य में कुल 1025 बच्चे गुमशुदा हुए, जिसमें 729 बालिकाएं व 296 बालक शामिल थे।
इसके सापेक्ष उत्तराखंड पुलिस ने 654 बालिकाएं व 279 बालकों सहित कुल 933 बच्चों को वर्ष 2023 के अंत तक बरामद कर लिया था। यह आंकड़े एनसीआरबी की रिपोर्ट में प्रकाशित किए गए हैं। वर्तमान में शेष 92 गुमशुदा बच्चों में से 77 को बरामद कर लिया गया है।
हत्या के मामलों में आई 2.14 प्रतिशत की कमी
वर्ष 2023 की एनसीआरबी रिपोर्ट के अनुसार राज्य में आर्म्स एक्ट के तहत पंजीकृत अपराधों में उत्तराखंड संपूर्ण भारत में द्वितीय स्थान पर है। हत्या के मामलों में गत वर्ष की तुलना में 2.14 प्रतिशत की कमी आई है तथा संपूर्ण भारत में राज्य 7वें स्थान पर है। चोरी हुई संपत्ति की बरामदगी के मामलों में राष्ट्रीय औसत दर 31.4 प्रतिशत की तुलना में उत्तराखंड राज्य में औसत बरामदगी दर 52.4 प्रतिशत है।
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