Dehradun Disaster: दून में नेशनल हाईवे से लेकर राज्य मार्गों के पुल बहे, आवाजाही ठप
Dehradun Disaster देहरादून में भारी बारिश ने कहर बरपाया है जिससे राजमार्गों और जिला मार्गों पर पुल और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। देहरादून-पांवटा साहिब और हरिद्वार-देहरादून राजमार्ग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। मसूरी मार्ग भी बाधित है और वैकल्पिक रास्तों की व्यवस्था की जा रही है। सड़कों को 50 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। विस्तार से पढ़ें खबर।

सुमन सेमवाल, देहरादून। राजधानी देहरादून क्षेत्र की सड़क संरचनाओं पर भी अतिवृष्टि ने गहरी चोट की है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब राष्ट्रीय राजमार्गों से लेकर राज्य मार्गों, जिला मार्गों के कई पुल/एप्रोच रोड और मार्ग एक साथ ध्वस्त हो गए। जिससे देहरादून से अन्य राज्यों और शहरों के बीच आवागमन बुरी तरह प्रभावित हो गया।
कुल मिलाकर जिले में मुख्य चार पुलों के साथ आधा दर्जन छोटे पुलों को क्षति पहुंची है, जबकि कुल 23 छोटे बड़े मार्ग जगह जगह क्षतिग्रस्त हुए हैं। मार्गों पर यातायात की स्थिति को पूर्व की भांति लाने में एक सप्ताह से लेकर एक माह या इससे अधिक का समय लग सकता है।
सर्वाधिक नुकसान देहरादून-पांवटा साहिब राजमार्ग पर देखने को मिला। यहां नंदा की चौकी के पास चार गुणा 20 मीटर लंबे पुल का एक हिस्सा फाउंडेशन और एप्रोच रोड को नुकसान पहुंचने से टौंस नदी में समा गया। जिससे राजमार्ग पर आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने देहरादून की तरफ आने के लिए पांवटा साहिब की तरफ से बने नए ग्रीन फील्ड को किसी तरह प्रेमनगर से जोड़ दिया है। वहीं, देहरादून से जाने के लिए ठाकुरपुर मार्ग से वैकल्पिक इंतजाम किया गया है।
इसी तरह हरिद्वार-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर लालतप्पड़ क्षेत्र में उत्तरांचल डेंटल कालेज के पास 87 मीटर लंबे पुराने पुल की एप्रोच रोड का आधा हिस्सा जाखन नदी के उफान पर आने से क्षतिग्रस्त हो गई। विकल्प के रूप में पुराने पुल के पास बने नए पुल से ही वाहनों का आवागमन कराया जा रहा है। वहीं, दीर्घकालिक योजना की बात की जाए तो जाखन नदी के पुराने पुल की जगह नए पुल का निर्माण किया जाएगा।
दिल्ली राजमार्ग मोहंड के पास धंसा
भारी वर्षा से दिल्ली-देहरादून राजमार्ग मोहंड क्षेत्र में पुलिस चौकी के पास धंस गया। राजमार्ग पर वाहनों के भारी दबाव को देखते हुए गणेशपुर से डाटकाली तक बनी एलिवेटेड रोड को फिलहाल के लिए खोल दिया गया है। लिहाजा, यहां पर यात्रियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।
मसूरी जाने के दोनों मार्ग बाधित, बनेगा बैली ब्रिज
देहरादून-मसूरी का मुख्य मार्ग शिव मंदिर के पास के पुल के क्षतिग्रस्त होने से बाधित हो गया है। वहीं, लंबीधार किमाड़ी से भी मसूरी के लिए एक वैकल्पिक मार्ग था, लेकिन घट्टी खोला के पास इसका बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है कुछ अन्य जगह भी मलबा आया है।
लोनिवि प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता राजेश कुमार के अनुसार मसूरी के बीच आवागमन को सुचारु करने के लिए फिलहाल बैली ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। मंगलवार रात तक ब्रिज के पार्ट पहुंचा दिए जाएंगे और चार से पांच दिन में राजमार्ग को बहाल कर दिया जाएगा।
मालदेवता और सहस्त्रधारा के बीच दो पुल क्षतिग्रस्त
मालदेवता के पास मुख्य सड़क पर बना पुल भी आपदा की चपेट में आ गया। इससे मालदेवता क्षेत्र और टिहरी के करीब 20 गांवों का संपर्क देहरादून से कट गया है। वहीं, सहस्रधारा के पास मालदेवता को जोड़ने वाले बाईपास मार्ग का पुल भी बीच से ढह गया।
नंदा की चौकी पुल की एबटमेंट वाल का होगा पुनर्निर्माण
लोनिवि प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता राजेश कुमार ने बताया कि नंदा की चौकी के पास के पुल की क्षतिग्रस्त एबटमेंट वाल का नए सिरे से निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही मुख्य पुल के एक झुके हुए हिस्से को उठाया जाएगा। पुल को यातायात के लिहाज से सुचारु करने में करीब 10 से 15 दिन का समय लग सकता है।
सड़कों को 50 करोड़ से अधिक का नुकसान
राजमार्ग और लोनिवि के विभिन्न खंडों के अधीन आने वाली सड़कों को हुई क्षति का आंकड़ा इस मानसून सीजन में बढ़ता जा रहा है। पूर्व में इसी सीजन में सड़कों को 30 करो रुपए के करीब का नुकसान पहुंचा था। अब सोमवार देर रात से मंगलवार सुबह के बीच हुई अतिवृष्टि से इसमें 50 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान और जुड़ गया है।
इन प्रमुख सड़कों को भी क्षति
मालदेवता केसरवाला, कुमाल्डा, सहस्रधारा, गलज्वाड़ी, केसरवाला, किद्दूवाला, सूर्यधार सनगांव, थानो धारकोट, थानो भोगपुर, खैरी, घुत्तू गंधक, भोगपुर इठारना, बाड़वाला, लंबीधार किमाड़ी, हरिपुर इच्छाड़ी, कालसी चकराता मोटर मार्ग, बागी नवाकोट, बसंतपुर माद्सी, मानसिंह, गडोल स्क्रोल, मुंशीघाटी टोईनाला, सहस्रधारा से नालीवाला, सरोना मोटर मार्ग आदि।
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