Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    देहरादून में राजकीय शिक्षक संघ की अवैधता पर शिक्षकों ने उठाए सवाल, प्रांतीय कार्यकारिणी का चुनाव कराने की मांग

    Updated: Tue, 28 Oct 2025 06:25 PM (IST)

    देहरादून में शिक्षकों ने राजकीय शिक्षक संघ की वैधता पर सवाल उठाते हुए प्रांतीय कार्यकारिणी का चुनाव कराने की मांग की है। उनका आरोप है कि वर्तमान कार्यकारिणी अवैध रूप से पद पर बनी हुई है। शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार और शिक्षा विभाग से हस्तक्षेप करने की मांग की है, और चेतावनी दी है कि चुनाव न होने पर आंदोलन तेज किया जाएगा।

    Hero Image

    राजकीय शिक्षक संघ की अवैधता पर शिक्षकों ने उठाए सवाल।

    राज्य ब्यूरो, देहरादून। प्रधानाचार्य सीमित विभागीय पदोन्नति परीक्षा समर्थक मंच ने राजकीय शिक्षक संघ की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि संघ की वर्तमान कार्यकारिणी अवैध है और उसकी ओर से लिए गए निर्णय मान्य नहीं हैं। शिक्षकों ने मांग की कि राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय कार्यकारिणी के चुनाव शीघ्र कराए जाएं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    परीक्षा समर्थक शिक्षक मंच के प्रांतीय संयोजक बृजेश पंवार ने कहा कि प्रधानाचार्य विभागीय पदोन्नति परीक्षा में यदि किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ होती है तो मंच के सदस्य हजारों अभिभावकों और विद्यार्थियों के साथ शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव करेंगे। मंच ने यह भी तय किया कि महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा को पत्र लिखकर विशेष यूटीईटी परीक्षा शीघ्र कराने की मांग की जाएगी।

    प्रांतीय उपाध्यक्ष अनिल राणा ने कहा कि जब राजकीय शिक्षक संघ ने उच्च न्यायालय में हलफनामा दिया है कि वे हड़ताल पर नहीं हैं, तो फिर उनका हड़ताल का आह्वान भ्रामक और अनुचित है। कहा कि विभाग को हड़ताल में शामिल शिक्षकों के फोटोग्राफ और वीडियोग्राफी करानी चाहिए।

    मंच के प्रांतीय महासचिव डॉ. कमलेश कुमार मिश्र ने बताया कि पदोन्नति परीक्षा से 10 वर्षों में 30 लाख से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। बृजेश पंवार ने कहा कि राजकीय शिक्षक संघ ने परीक्षा का विरोध करते हुए ईगास पर्व काे भी नहीं मनाने का निर्णय लिया है जबकि ईगास हमारी लोक आस्था का प्रतीक है, इसे न मनाना असंवेदनशीलता का परिचायक है।