देहरादून में कुत्तों का आतंक, निजात को अपनाया जाएगा चेन्नई माडल
देहरादून नगर निगम आवारा और पालतू कुत्तों के बढ़ते आतंक को रोकने के लिए चेन्नई मॉडल को अपनाने जा रहा है। चेन्नई में कुत्तों के प्रबंधन के लिए नसबंदी, टीकाकरण और आश्रय स्थलों का निर्माण किया जा रहा है। पालतू कुत्तों के लिए लाइसेंसिंग अनिवार्य की गई है और बिना लाइसेंस कुत्ता पालने पर जुर्माना लगेगा। देहरादून में भी नियमों को सख्त किया गया है और चेन्नई मॉडल को लागू करने की तैयारी है।

आवारा व पालतू कुत्तों के प्रबंधन को लेकर नगर निगम करेगा चेन्नई की व्यवस्था का अध्ययन। प्रतीकात्मक
विजय जोशी, देहरादून। आवारा और पालतू कुत्तों के बढ़ते आतंक पर काबू पाने के लिए नगर निगम देहरादून अब चेन्नई निगम (ग्रेटर चेन्नई कारपोरेशन) के सफल माडल को अपनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। निगम की ओर से चेन्नई की व्यवस्थाओं और कार्यप्रणाली का अध्ययन किया जाएगा, ताकि राजधानी में भी आधुनिक और मानवीय दृष्टिकोण से कुत्ता प्रबंधन प्रणाली लागू की जा सके।
चेन्नई में आवारा कुत्तों के प्रबंधन के लिए एनिमल बर्थ कंट्रोल रूल्स-2023 के तहत कुत्तों को पकड़ने, नसबंदी करने, टीकाकरण करने की वैज्ञानिक प्रक्रिया अपनाई गई है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुरूप वहां आक्रामक या रोगग्रस्त कुत्तों को शहर से बाहर बनाए गए विशेष आश्रय स्थलों में रखा जाता है। वर्तमान में चेन्नई में पांच सक्रिय नसबंदी केंद्र संचालित हैं, जबकि दस नए केंद्र खोले जाने की योजना है।
इसके अलावा लगभग 1.8 लाख आवारा कुत्तों का सर्वे पूरा किया जा चुका है। शहर में सिक्स-इन-वन वैक्सीन अभियान चलाया जा रहा है और 500 कुत्तों के लिए स्थायी आश्रय का निर्माण जारी है। पालतू कुत्तों के लिए लाइसेंसिंग, माइक्रोचिपिंग और टीकाकरण अनिवार्य किया गया है। नवंबर 2025 से बिना लाइसेंस के कुत्ता पालने पर 10 हजार रुपये का जुर्माना तय है। पालतू कुत्तों को सार्वजनिक स्थानों पर पट्टा और मजह लगाकर ले जाने की भी अनिवार्यता है।
दून में भी सख्त हुए नियम, बढ़ाए जा रहे संसाधन
दून में भी आवारा और पालतू कुत्तों के लिए नए बायलाज बनाए गए हैं। जिसके तहत सख्ती बढ़ा दी गई है। हालांकि, अब भी व्यवस्था को और सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी डा. वरुण अग्रवाल ने बताया कि देहरादून नगर निगम अब चेन्नई माडल के सभी बिंदुओं का अध्ययन कर ऐसा ही माडल शहर में लागू करने की दिशा में अग्रसर है। निगम का मानना है कि इससे न केवल आवारा कुत्तों की संख्या नियंत्रित होगी, बल्कि पालतू कुत्तों के हमलों और संक्रमण की घटनाओं में भी कमी आएगी। साथ ही शहरवासियों से अपील है कि पालतू या आवारा कुत्तों को लेकर किसी प्रकार की भी शिकायत हो तो नगर निगम के 7500011027 पर व्हाट्सएप मैसेज करें या 8077282984 पर एसएमएस करें।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।