Uttarakhand News: पूर्व सीएम हरीश रावत ने डेमेज कंट्रोल के लिए भाजपा पर किया जुबानी हमला
उत्तराखंड में हरीश रावत ने भाजपा पर ज़ुबानी हमला करके नुकसान नियंत्रण का प्रयास किया। उन्होंने कांग्रेस की रणनीति और आगामी चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियों पर बात की, कार्यकर्ताओं को एकजुट होने का संदेश दिया। भाजपा ने भी पलटवार करते हुए कांग्रेस सरकार के कार्यों पर सवाल उठाए।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत।
राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून : पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष डा. हरक सिंह रावत पर हमलावर रहने के बाद अब डेमेज कंट्रोल शुरू कर दिया है।
हालांकि राजनैतिक गलियारों में चर्चा जोरों पर है कि हरीश रावत अब प्रदेश में पार्टी का कोई भी महत्वपूर्ण दायित्व नहीं संभाल रहे हैं, इससे भी पार्टी के भीतर कलह बढ़ी है। पार्टी के शीर्ष नेताओं के बीच तू-तू, मैं-मैं ने पार्टी को नये सिरे से संवारने के तमाम कोशिशों को झटका दिया है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रीतम सिंह ने जिस प्रकार से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को नसीहत दी कि वह व्यक्ति विशेष पर टिप्पणी करने से बचें, पार्टी में कोई विष पुरुष नहीं है और खुद अपने भीतर झांके।
प्रीतम के इस बयान के बाद हरीश रावत ने शनिवार को बदले सुरों में भाजपा पर हमला बोला। यही नहीं, उन्होंने हरक सिंह रावत की भी प्रशंसा की और कहा कि उन्हें बयानबाजी पर ध्यान न देते हुए पार्टी की मजबूती के लिए कार्य करते रहना चाहिए।
कहा, भाजपा के ट्रोलर्स जो बात-बात उनके हर ट्वीट, हर फेसबुक पोस्ट या स्टेटमेंट पर अनर्गल तरीके से उन्हें ट्रोल करते रहते थे। उन्हें अचानक आजकल उनपर बहुत प्यार उमड़ आया है।
उन्हें कांग्रेस से शिकायत है कि हरीश रावत को कोई काम नहीं सौंपा। कुछ कहते हैं पार्टी ने उन्हें दरकिनार कर दिया है। कुछ लोग कहते हैं कि हरीश रावत की क्षमता का उपयोग नहीं किया जा रहा है।
आजकल उनके कुछ नेताओं को भी मेरी बड़ी तलब लग गई है। उनकी सोच है कि हरीश रावत के लिए कुछ ज्यादा चटपटी और कड़वी बात कहेंगे तो छपेंगे भी और शायद तभी विस्तारित न हो पाने वाले मंत्रिमंडल में भी उनको स्थान मिल जाएगा।
वह उन भाजपा के दोस्तों को इतना भर बताना चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी ने आज भी उनको क्षमता से बड़ा दायित्व सौंपा है। इतना बड़ा दायित्व भाजपा ने किसी भी भूतपूर्व मुख्यमंत्री को दिए जाने लायक नहीं समझा है।
भाजपा में आजकल चार प्रकार के शीर्ष नेता हैं। प्रथम डिस्कार्डेड, द्वितीय रिजेक्टेड, तृतीय इजेक्टेड और चतुर्थ वेट लिस्टेड या कहें कि अंगूर खट्टे हैं, वाली मुद्रा में हैं।
भाजपा के प्रवक्तागणों और भाजपाई ट्रोलर्स को उनकी सलाह है कि पहले कुछ ग्रह पूजा करवाइए, देवताओं की पूजा करवाइए ताकि जो आपके रिजेक्टेड, इजेक्टेड और डिस्कार्डेड नेतागण हैं उनसे यह टैग हट जाए और प्रतीक्षा सूची वाले नेताओं की प्रतीक्षा समाप्त हो जाए।

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