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    देहरादून: ट्रेडिंग एप से 10.91 लाख की ठगी, व्यक्ति फंसा जाल में

    Updated: Sun, 19 Oct 2025 08:21 PM (IST)

    देहरादून में एक व्यक्ति को ट्रेडिंग एप के जरिए निवेश का लालच देकर साइबर ठगों ने 10.91 लाख रुपये की ठगी की। पीड़ित ने 'ईटी मनी' नामक एप डाउनलोड किया और 'एल्फा स्मार्ट एकेडमी' ग्रुप में जुड़ा। ठगों ने धीरे-धीरे निवेश कराकर मुनाफा दिखाया, फिर पैसे निकालने के समय कमीशन मांगा और बाद में ग्रुप से निकाल दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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    प्ले स्टोर से ईटी मनी एप किया था डाउनलोड। प्रतीकात्‍मक

    जागरण संवाददाता, देहरादून। साइबर ठगों ने व्यक्ति को ट्रेडिंग एप पर निवेश कर मुनाफे का झांसा देकर 10.91 लाख रुपये की ठगी कर दी। इस मामले में नेहरू कालोनी थाना पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस को दी तहरीर में सचिन नेगी, निवासी सैनिक कॉलोनी, मोथरोवाला ने बताया कि अगस्त 2025 के पहले सप्ताह में उन्होंने ईटी मनी नामक एक एप प्ले स्टोर से डाउनलोड किया। एप इंस्टाल करने के कुछ देर बाद उनके वाट्सएप नंबर पर एल्फा स्मार्ट एकेडमी नाम से एक ट्रेडिंग ग्रुप में जुड़ने का निमंत्रण आया।

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    शिकायतकर्ता ने बताया कि ग्रुप की एडमिन सानवी जैन और मानव सेठ थे, जोकि खुद को ईटी मनी कंपनी के वरिष्ठ पदाधिकारी बता रहे थे। ईटी मनी की ओर से प्राप्त एक ईमेल में भी सानवी जैन का नाम दिया गया था, इसलिए उस पर विश्वास कर लिया। इसके बाद ठगों ने उन्हें अपने वाट्सएप ग्रुपों में जोड़ दिया। सानवी जैन ने उन्हें एक लिंक भेजा, जिसे क्लिक करने पर ईटी मनी एनएनडब्ल्यू एप खुला। इसमें उन्होंने पूरी गोपनीय जानकारी भर दी।

    06 अगस्त को उन्होंने निवेश के लिए 20 हजार रुपये जमा किए। इसके बाद सानवी जैन रोजाना ग्रुप में ''''इंस्टीट्यूशनल स्टाक बताती थीं, जिसे सभी सदस्य खरीदते और अगले दिन बेचते थे। धीरे-धीरे उनका मुनाफा बढ़ता गया और बीच-बीच में आइपीओ में भी निवेश कराया गया। आवश्यकता पड़ने पर वह अतिरिक्त राशि जमा करने को कहती थी।

    इस प्रकार उन्होंने कुल लगभग 10.91 लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों में जमा कर दिए। इसमें उनका बैलेंस 57.96 लाख रुपये दिखाई दे रहा था। जब उन्होंने धनराशि निकालने का अनुरोध किया, तो उन्होंने कहा कि पहले 20 प्रतिशत सर्विस कमीशन जमा करना होगा। जब उन्होंने रुपये न होने की बात कही तो आरोपितों ने उन्हें ग्रुप से बाहर कर दिया।