दून रेलवे स्टेशन पर दिवाली पर घर जाने को पहुंची भारी भीड़, पैर रखने तक को जगह नहीं
देहरादून रेलवे स्टेशन पर मुजफ्फरपुर जाने वाली ट्रेन में यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी। रेलवे पुलिस की व्यवस्था चरमरा गई और यात्रियों को चढ़ने-उतरने में काफी परेशानी हुई। पुलिस ने रस्सी से घेरकर रोकने की कोशिश की, लेकिन भीड़ अनियंत्रित हो गई। बाद में लाठीचार्ज कर स्थिति को सामान्य किया गया।

दून मुजफ्फरपुर ट्रेन में फेल हुई पुलिस की व्यवस्था. Jagran
जागरण संवाददाता, देहरादून। करीब 15 दिन पहले से नो रूम (वेटिंग टिकट जारी न होना) चल रही देहरादून-मुजफ्फपुर एक्सप्रेस के शनिवार को प्लेटफार्म पर पहुंचते ही, यात्रियों का सैलाब कोचों के प्रवेश द्वार पर उमड़ पड़ा। प्लेटफार्म पर रस्सियों के बैरिकेडिंग के अंदर मौजूद यात्री जैसे ही ट्रेन की तरफ बढ़े तो वहां उपस्थित रेलवे पुलिस और प्रशासन के भी हाथ-पैर फूल गए। किसी ने बीच-बचाव करने की जहमत नहीं उठाई, लेकिन इस दौरान ट्रेन से उतरने वाली यात्रियों को काफी संघर्ष करना पड़ा। दोनों तरफ से यात्रियों के बीच हुए काफी संघर्ष के बाद उतरने वाले लोग उतर सके। इससे रेलवे प्रशासन की ओर से की गई सारी व्यवस्थाएं विफल नजर आईं।
दीपावली पर्व को लेकर रेलवे स्टेशन में सुबह से ही भारी भीड़ रही। बाहर से देहरादून आने वाली ट्रेनों से भी यात्रियों की भारी भीड़ उतरी। वहीं, देहरादून से पूर्वांचल रूट पर जाने वाली लिंक, दून-मुजफ्फरपुर, जनता, उपासना आदि में यात्रियों की जबरदस्त भीड़ रही। ट्रेनों के रवाना होने तक लगातार यात्रियों का रेला ट्रेन पर चढ़ता रहा। सबसे अधिक मारामारी दून-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस के सामान्य कोच में रही। दरअसल, रेलवे प्रशासन को पहले से आभास हो गया था कि इस ट्रेन में यात्रियों को भारी भीड़ चढ़ेगी। ट्रेन के आने से पहले ही प्लेटफार्म नंबर तीन पूरी तरह से यात्रियों से पट गया था।
रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेन में चढ़ने वाले यात्रियों को प्लेटफार्म पर रस्सी बांधकर बैरिकेडिंग के अंदर कर दिया था। ताकि ट्रेन में आ रहे यात्री बिना किसी अवरोध के उतर सके और जाने वाली यात्री भी सुविधा के साथ चढ़े। लेकिन ट्रेन के आते ही वहां मंजर बदल गया। दून-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस के आने और रवाना होने के बीच करीब एक घंटे के अंतराल तक यात्रियों ने लगातार प्रवेश द्वारों पर अंदर घुसने का संघर्ष किया।
प्रवेश द्वार लटके और शौचालय में बैठे
दून-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस ट्रेन का आलम यह रहा कि कुछ यात्रियों ने भीड़ का सैलाब देखकर अपनी यात्रा ही निरस्त कर दी। बहुत से यात्री प्रवेश द्वारों पर लटककर रवाना हुए। कई यात्री शौचालयों में बैठकर निकले। ट्रेनों के अंदर का हाल भी काफी चुनौतीपूर्ण रहा। यात्री एक-दूसरे पर लदे हुए नजर आए।
दून-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस में जैसे ही यात्रियों का सैलाब बैरिकेडिंग पार कर ट्रेन की तरफ बढ़ा तो पुलिस ने पहले डंडे फटकाने का प्रयास किया, लेकिन यात्रियों की भारी भीड़ के आगे मु्ट्ठी भर पुलिसकर्मी बेबस हो गए और उन्हें पीछे हटना पड़ा। यात्रियों ने किसी की एक नहीं सुनी और खुद संघर्ष कर ट्रेन में प्रवेश करते रहे।
रेलवे स्टेशन के सामान्य श्रेणी टिकट घर में सुबह से ही यात्रियों की भीड़ लग गई। लंबी-लंबी लाइनों में लगे यात्रियों से दोपहर तक टिकट घर मेले के रूप में तब्दील हो गया। हालांकि पुलिस ने पहुंचकर सभी को व्यवस्थित करने का प्रयास किया, लेकिन इसका असर बहुत अधिक नहीं रहा। इस दौरान पुलिस ने यात्रियों के सामानों की भी जांच की। वहीं, स्टेशन मार्ग पूरा दिन जाम से पटा रहा। मार्ग पर बेतरतीब खड़े वाहन और टैक्सी जाम का सबब बनी।

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