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    नीलकंठ से आ रहे 24 श्रद्धालु जंगल में भटके, खबर मिलते ही पुलिस व वन विभाग में मचा हड़कंप, ढूंढ़ते-ढूढ़ते हो गई रात, फिर…

    Updated: Mon, 04 Aug 2025 02:51 PM (IST)

    ऋषिकेश के नीलकंठ महादेव मंदिर में जलाभिषेक करके लौट रहे 24 श्रद्धालु रविवार शाम को जंगल में भटक गए। पुलिस और वन विभाग को सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया। जिसके बाद पुलिस और वन विभाग की टीम ने संयुक्त अभियान चलाकर रात करीब 1130 बजे सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित ढूंढ निकाला और उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाया।

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    मध्यरात्रि जंगल में भटके युवाओं को सुरक्षित खोजने के बाद उनके साथ पुलिस व वन विभाग के कर्मी। पुलिस

    जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। नीलकंठ महादेव मंदिर में जलाभिषेक कर लौट रहे कई समूहों में कुल 24 श्रद्धालु रविवार शाम जंगल में भटक गए। सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन व वन विभाग में हड़कंप मच गया। देर रात पुलिस व वन विभाग ने संयुक्त सर्च अभियान चलाकर रात करीब 11:30 बजे सभी को सुरक्षित खोजा जा सका। जिसके बाद सभी को मुख्य मार्ग पहुंचाकर उनके गंतव्य में सुरक्षित छोड़ा गया।

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    पार्षद सुरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि रविवार देर शाम को उन्हें एक परिचित युवक ने फोन पर सूचना दी कि वह और अन्य करीब साथी  नीलकंठ मार्ग पर जंगल में फंस गए हैं। दो घंटे से जंगल से बाहर निकलने की कोशिश में रहे हैं, लेकिन फिर उसी जगह पर पहुंच रहे हैं। 

    उन्होंने मदद की गुहार लगाई, जिसके तुरंत बाद उन्होंने लक्ष्मणझूला पुलिस को घटना की सूचना दी। कहा कि अधिकांश युवा कृष्णा कालोनी, बापू ग्राम व आसपास क्षेत्र के हैं। 

    लक्ष्मणझूला थानाध्यक्ष संतोष पैंथवाल ने बताया कि पुलिस को रात 9 बजे सूचना मिलते ही पुलिस ने वन विभाग के साथ जंगल में रात सवा 9 बजे सर्च अभियान शुरू किया। 

    इस दौरान तेज वर्षा के बीच भी पुलिसकर्मियों ने दो से तीन किलोमीटर क्षेत्र में सघन चेकिंग की। इस दौरान रात करीब 11 बजे युवाओं का समूह को खोजने में सफलता मिली। सभी सुरक्षित हैं। संतोष पैंथवाल ने मध्यरात्रि 12:30 बजे बताया कि युवाओं को जंगल से बाहर लाया जा रहा है। 

    वर्षा में भटके रास्ता, नेटवर्क भी नहीं मिला

    थानाध्यक्ष पैंथवाल ने बताया कि सभी श्रद्धालु रविवार शाम को जलाभिषेक कर वापस लौट रहे थे। नीलकंठ मार्ग के बजाय जंगल से गुजरने वाले शॉर्टकट रास्ते को चुना, जिसे वन विभाग गश्त के लिए प्रयोग करता है। 

    कहा कि रविवार शाम को तेज वर्षा शुरू हो गई, जिससे बचने के लिए सभी सुरक्षित स्थान खोजने लगे। इस कारण अंधेरा होने से सभी रास्ता भटक गए थे। इस पूरे क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क भी उपलब्ध नहीं था, जिसके कारण दो घंटे बाद किसी तरह एक युवक ने फोन पर सूचना दी।