ऋषिकेश पहुंचे बेटे निकेतन, अभिनेता पंकज धीर की आत्मा की शांति के लिए किया पूजन
महाभारत में कर्ण की भूमिका निभाने वाले कलाकार पंकज धीर की आत्मा की शांति के लिए परमार्थ निकेतन में विशेष पूजा की गई। उनके पुत्र निकितन धीर ने स्वामी चिदानंद सरस्वती से भेंट कर अपने पिता की स्मृतियों को साझा किया। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने पंकज धीर के योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके व्यक्तित्व को सराहा।

दिवंगत पंकज धीर के पुत्र निकितन धीर ने परमार्थ पहुंचकर स्वामी चिदानंद सरस्वती से की भेंट। जागरण
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। महाभारत में कर्ण की भूमिका निभाने वाले कलाकार स्व. पंकज धीर की आत्मा की शांति के लिए परमार्थ निकेतन में धीर परिवार ने विशेष शांति पूजा की। दिवंगत पंकज धीर के पुत्र निकितन धीर अपने परिवार के सदस्यों के साथ स्वामी चिदानंद सरस्वती से भेंट करने परमार्थ निकेतन पहुंचे और अपने पिता की स्मृतियों को साझा किया।
धारावाहिक महाभारत में कर्ण की भूमिका में पंकज धीर के अभिनय ने दर्शकों के दिलों में अमिट छाप छोड़ी। इसके साथ ही कई और चर्चित धारावाहिकों में उनकी भूमिका खूब सराही गई। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने धीर परिवार से संवेदनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा कि कलाकार केवल अभिनय ही नहीं करते, बल्कि समाज और संस्कृति के प्रतीक भी होते हैं।
पंकज धीर ने अपने समर्पित प्रयास और उत्कृष्ट कौशल से भारतीय धारावाहिकों और फिल्मों के माध्यम से संस्कृति, निष्ठा और सम्मान का संदेश प्रस्तुत किया। उनके योगदान ने न केवल मनोरंजन जगत को समृद्ध किया, बल्कि वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बने।
निकितन धीर ने अपने पिता की यादों को साझा करते हुए बताया कि उनका जीवन केवल अभिनय तक सीमित नहीं था। वे एक आदर्श परिवार पुरुष, एक समर्पित पिता और समाज के प्रति संवेदनशील नागरिक भी थे। उनके जीवन में विनम्रता, सहजता और कर्मठता हमेशा स्पष्ट झलकती थी। पंकज धीर पात्रों की गहराई और सजीवता दर्शकों के दिलों में हमेशा जीवित रखना चाहते थे। परमार्थ निकेतन में पंकज धीर के व्यक्तित्व, आदर्श और योगदान को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

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