उत्तराखंड में मनाया गया पीआरडी स्थापना दिवस, सीएम धामी ने की तीन बड़ी घोषणा
उत्तराखंड के देहरादून में पीआरडी का स्थापना दिवस मनाया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रैतिक परेड का निरीक्षण किया और पीआरडी जवानों के लिए प्रशिक ...और पढ़ें

पीआरडी की रैतिक परेड का निरीक्षण करते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जागरण
जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में गुरुवार को पीआरडी की रैतिक परेड का आयोजन किया गया। मुख्यमंंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परेड का निरीक्षण किया।
प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीआरडी जवानों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीआरडी के लिए एक विशेष प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया जाएगा, जिससे जवानों को उच्चस्तरीय ट्रेनिंग उपलब्ध हो सके। ड्यूटी के दौरान किसी जवान के चिकित्सालय में भर्ती होने पर उसे ड्यूटी पर ही माना जाएगा और अधिकतम छह माह तक मानदेय अनुमन्य होगा। उन्होंने अस्थल क्षेत्र में एक खेल मैदान के निर्माण की भी घोषणा की, ताकि जवानों को बेहतर अभ्यास और खेल सुविधाएं मिल सकें।
सीएम ने स्थापना दिवस की बधाई देते कहा कि आज की रैतिक परेड में साहस, समर्पण और उत्साह का ऐसा प्रदर्शन देखने को मिला कि लगा जैसे सेना की किसी परेड का अवलोकन कर रहा हूं। सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश में अनेक महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं का संचालन पीआरडी जवानों के माध्यम से सफलतापूर्वक हो रहा है। विभिन्न दायित्वों को आप अनुशासन और कुशलता के साथ निभा रहे हैं। हर चुनौतीपूर्ण स्थिति में आप अग्रिम पंक्ति में खड़े दिखाई देते हैं। उन्होंने चारधाम यात्रा में पीआरडी के योगदान को विशेष रूप से सराहनीय बताया और कहा कि सरकार जवानों के कल्याण के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है।
प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस पर पीआरडी जवानों के हित में तीन बड़ी घोषणाएं
- पीआरडी के लिए एक विशिष्ट प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया जाएगा
- ड्यूटी के दौरान किसी जवान को चिकित्सालय में भर्ती होने पर उसे ड्यूटी पर ही माना जाएगा और अधिकतम छह माह तक का मानदेय अनुमन्य होगा
- अस्थल में खेल मैदान का निर्माण किया जाएगा, जिससे प्रशिक्षण और शारीरिक क्षमताओं को और मजबूती मिलेगी।
युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्य ने पीआरडी जवानों को स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि यह दिन हमें इस बात का स्मरण कराता है कि हर अपरिहार्य स्थिति में पीआरडी जवान सबसे आगे दिखाई देते हैं। जिस समर्पण और निष्ठा के साथ आप सरकार का सहयोग करते हैं, उसके कारण तमाम व्यवस्थाएं निर्बाध रूप से चल पाती हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 के बाद से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीआरडी जवानों के हित में कई अभूतपूर्व निर्णय लिए हैं। पहले तो स्थापना दिवस भी नहीं मनाया जाता था, लेकिन 2022 से यह परंपरा निरंतर जारी है।
सरकार ने पीआरडी का बजट बढ़ाकर 135 करोड़ रुपये किया, ऑन-ड्यूटी मृत्यु होने पर आश्रितों को नौकरी की व्यवस्था दी। पीआरडी में रोजगार के अवसर बढ़ाए गए।आज प्रदेश में साढ़े सात हजार से अधिक जवान ड्यूटी कर रहे हैं।रिटायरमेंट की आयु 60 वर्ष की गई और रिटायरमेंट पर मिलने वाली राशि एक लाख से बढ़ाकर दो लाख रुपये कर दी गई। जवानों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति, मानदेय वृद्धि, प्रतिवर्ष मातृत्व अवकाश तथा 12 दिन का पेड रेस्ट जैसी सुविधाएं भी सुनिश्चित की गई हैं। मंत्री ने कहा कि सरकार भविष्य में भी पीआरडी जवानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।

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