Rajat Jayanti Uttarakhand: कार्यक्रमों में बदलाव, अब सात नवंबर को होगी रैतिक परेड
उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के कारण बदलाव किया गया है। नौ नवंबर को होने वाली रैतिक परेड अब सात नवंबर को होगी और इस बार झांकियां नहीं निकाली जाएंगी। उत्तराखंड अपनी रजत जयंती मना रहा है, जिसके लिए एक से नौ नवंबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहेगी।

इस बार नहीं निकलेगी स्थापना दिवस पर निकलने वाली झांकियां. Concept Photo
राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। प्रदेश में राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रमों में अब थोड़ा बदलाव किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे में हुए बदलाव के कारण ये बदलाव करने पड़ रहे हैं। इस कड़ी में नौ नवंबर को होने वाली राज्य स्थापना दिवस की रैतिक परेड़ अब सात नवंबर को होगी। यह कार्यक्रम बहुत वृहद नहीं होगा। ऐसे में स्थापना दिवस के अवसर पर निकाली जाने वाली झांकियां भी नहीं निकाली जाएंगी। 
 उत्तराखंड इस वर्ष अपनी रजत जयंती मना रहा है। इसके लिए प्रदेश में विभिन्न विभागों द्वारा एक से नौ नवंबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। पहले यह कार्यक्रम 11 नवंबर तक आयोजित किए जाने थे। कारण 11 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराखंड दौरा प्रस्तावित था। अब इस दौरे में बदलाव हुआ है। प्रधानमंत्री अब राज्य स्थापना दिवस यानी नौ नवंबर को ही उत्तराखंड आ रहे हैं और वह वन अनुसंधान संस्थान परिसर में आयोजित होने वाले मुख्य कार्यक्रम में शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री के दौरे में हुए बदलाव के कारण कुछ कार्यक्रमों में फेरबदल किया गया है। दरअसल, प्रदेश में हर वर्ष राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन, देहरादून में रैतिक परेड का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होता है और विभिन्न विभागों की झांकियां भी निकाली जाती हैं। अब यह कार्यक्रम सात नवंबर को होगा लेकिन इसका स्वरूप थोड़ा बदल जाएगा। 
प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर अभी शासन को मिनट टू मिनट कार्यक्रम नहीं मिला है। एक बार यह कार्यक्रम मिलने के बाद यदि किसी कार्यक्रम का समय इससे टकराता है तो फिर उसमें भी बदलाव किया जाएगा।
सुरक्षा व्यवस्था रहेगी चाक चौबंद
प्रधानमंत्री के दौरे के दृष्टिगत देहरादून में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रहेगी। प्रधानमंत्री का विस्तृत कार्यक्रम मिलने के बाद यातायात व्यवस्था की योजना बनाई जाएगी। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थल तक आने और फिर जाने तक पूरे मार्ग का यातायात डायवर्ट किया जाएगा। साथ ही सुरक्षा एजेंसियों के कार्मिक सादी वर्दी में विभिन्न स्थानों पर तैनात रहेंगे।

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