साइबर ठगों ने स्टाक में निवेश कर मुनाफे का दिया झांसा, पहले वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा; फिर ठग लिए 47.63 लाख रुपये
देहरादून में साइबर ठगों ने एक व्यक्ति को स्टाक में निवेश के नाम पर 47.63 लाख रुपये का चूना लगाया। ठगों ने पहले उसे व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा, जहां शेय ...और पढ़ें

सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, देहरादून: स्टाक में निवेश कर मुनाफे का झांसा देकर साइबर ठगों ने रायवाला निवासी व्यक्ति से 47.63 लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने पहले उन्हें अपने वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा। इसके बाद उन्हें निवेश करके मुनाफे की पूरी जानकारी दी और लाखों रुपये हड़प लिए। इस मामले में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।
रायवाला निवासी शिकायतकर्ता सुरेंद्र यादव शेयर बाजार में रकम निवेश करते हैं। सितंबर माह में उन्हें सी-51 द फार्मूला फार वेल्थ नामक एक वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया। ग्रुप में 194 सदस्य थे।
पीड़ित ने बताया कि इस ग्रुप में करण सिंह नामक व्यक्ति ग्रुप में भारतीय शेयर बाजार और यूएसए शेयर बाजार पर अपने विचार साझा कर रहा था। उसने दावा किया कि उसके पास दोनों बाजारों में काम करने का 20 साल से अधिक का अनुभव है और अब वह निवेशकों की मदद के लिए 'शेयर मार्केट विनर्स' नामक एक किताब लिख रहा है।
वह उन्हीं सिद्धांतों और बुनियादी बातों पर आधारित शेयरों का सुझाव दे रहा है, जिनका उपयोग उसने अपनी पुस्तक में किया है। अपनी पुस्तक के लांच से पहले वह अपनी पद्धति और बुनियादी बातों को व्यावहारिक रूप व सार्वजनिक रूप से साबित करना चाहते हैं।
इसके बाद आलोक सिंह नामक व्यक्ति का परिचय कराया। आलोक ने यूएस और भारतीय प्री मार्केट ओपनिंग सेशन में ट्रेडिंग करने और रोजाना अच्छा मुनाफा कमाने की बात कही।
शिकायतकर्ता ने बताया कि ठगों के विचारों से प्रभावित होकर वह भी ग्रुप में दिए गए लिंक के माध्यम से एप से जुड़ गए। 30 सितंबर 2025 को उन्होंने 50 हजार रुपये का निवेश किया, जिसमें अच्छा लाभ दिख रहा था।
18 अक्टूबर 2025 तक उन्होंने ठगों की ओर से दिए निर्देशों के अनुसार दो आइपीओ में 24.50 लाख रुपये जमा कर दिए। उनका कुल मुनाफा 40 लाख रुपये दिखाया गया। जब उन्होंने रकम निकाली चाही तो वह नहीं निकाल पाए।
आलोक से संपर्क किया तो उसने कहा कि शार्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स निकासी के लिए लंबित है। पहले टैक्स का भुगतान करना होगा, फिर राशि निकाल सकेंगे।
10.43 लाख रुपये जमा करने के बाद उन्होंने धनराशि निकालनी चाही तो कहा गया कि निकासी खाता संख्या का एक अंक गलत है और राशि गलत खाते में स्थानांतरित हो गई है।
इसके बाद उन्हें 12.20 लाख रुपये और जमा करवाए गए। ठगों ने 30 सितंबर से 10 नवंबर 2025 तक उनसे कुल 47.63 लाख रुपये जमा करवा लिए और कोई धनराशि रिफंड नहीं की। ठगी का एहसास होने पर उन्होंने इसकी शिकायत साइबर थाने में दी।

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