चंद्रग्रहण पर सूतक लगते ही देहरादून में मंदिरों के कपाट हुए बंद, आज सुबह शुद्धिकरण के बाद होंगे दर्शन
देहरादून में चंद्रग्रहण के सूतक काल के चलते मंदिरों के कपाट बंद रहे। रविवार को दोपहर बाद मंदिरों में ताला लग गया और आज सुबह शुद्धिकरण के बाद कपाट खोले जाएंगे। श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर समेत कई मंदिरों में दोपहर 1230 बजे से कपाट बंद किए गए। कालिका माता मंदिर में संकीर्तन और यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें भक्तों ने विश्व कल्याण की कामना की।

जागरण संवाददाता, देहरादून। दोपहर बाद चंद्रग्रहण का सूतककाल लगने से प्रदेश में चारों धामों के मंदिरों के साथ ही शहर के विभिन्न मंदिरों के कपाट बंद रहे। इस दौरान ग्रहण से पूर्व लोगों ने दान देकर पुण्य कमाया। आज सुबह मंदिर शुद्धिकरण के बाद मंदिरों के कपाट खोले जाएंगे।
रविवार रात नौ बजकर 52 मिनट से एक बजकर 25 मिनट तक चंद्रग्रहण रहा। जिसका सूतककाल नौ घंटे पूर्व यानी दोपहर 12 बजकर 53 मिनट से शुरू हो गया। इस दिन जिनके घरों मे पूर्णिमा श्राद्ध कार्यक्रम था, उन्होंने श्राद्ध का भोजन आदि दोपहर 12 बजकर 53 मिनट से पूर्व कराया। इसके अलावा शहर के मंदिरों के कपाट भी 12:30 बजे से बंद होने शुरू हो गए।
श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर के श्री 108 महंत कृष्णागिरी महाराज ने बताया कि चंद्रग्रहण सूतककाल के लिए मंदिर के कपाट दोपहर बाद बंद किए गए। इसके लिए श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर व जंगम शिवालय पलटन बाजार में बोर्ड लगा दिया था, ताकि श्रद्धालु पूजा-अर्चना समय पर कर सकें। कपाट आज सुबह पांच बजे खुलेंगे।
अंसारी मार्ग स्थित माता कालिका भवन मंदिर के पुजारी आचार्य चंद्रप्रकाश ममगाईं व आचार्य कबिंद्र सेमवाल ने बताया कि दोपहर 12 बजकर 40 मिनट पर मंदिर के कपाट बंद किए।
आकाशदीप कालोनी स्थित शिव शक्ति मंदिर के आचार्य हर्षपति गोदियाल ने बताया कि जिन्होंने भी दर्शन व पूजा करनी थी, वह 12:30 बजे से पूर्व करके चले गए। विद्या विहार फेस-1 स्थित दुर्गा माता मंदिर के पुजारी पवन बौड़ाई ने बताया कि सूतककाल शुरू होने से पूर्व मंदिर के कपाट 12:30 बजे बंद हुए। आज न ब्रह्ममूहूर्त में कपाट खुलने के बाद मूर्ति स्थान, नए वस्त्र धारण के बाद पूजा होगी।
मंदिर प्रांगण में शाम को संकीर्तन और यज्ञ भवन
श्री कालिका माता मंदिर प्रांगण में शाम को संकीर्तन हुआ। रात चंद्रग्रहण पर स्पर्श करने पर सभी भक्तों ने जाप किया। इसके बाद पुजारी आचार्य चंद्र प्रकाश ममगाईं के नेतृत्व में मध्यरात्रि में यज्ञ किया गया। जिसमें मंत्रों की आहुति देकर विश्व कल्याण की प्रार्थना की।
इस दौरान मंदिर समिति की ओर से दान कर पुण्य कमाया। इस मौके पर गगन सेठी, नीरज जिंदल, सतीश शर्मा, जगमोहन अरोड़ा, गुलशन कक्कड़, संजीव आहूजा, दीपक बिष्ट, कमल गुप्ता आदि मौजूद रहे।
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