Uttarakhand Assembly Special Session: सत्तापक्ष-विपक्ष के बीच नोक-झोंक, कांग्रेसी एमएलए ने साथी विधायक की टिप्पणी को कहा दुर्भाग्यपूर्ण
उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई। एक कांग्रेसी विधायक की टिप्पणी पर विवाद हो गया, जिसे दूसरे विधायक ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की, जिससे सदन में हंगामा हुआ। विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की।

सदन के भीतर राज्य में डेमोग्राफिक चेंज को लेकर अपने विचार प्रकट करते विधायक मुन्ना सिंह चौहान। वीडियो ग्रेब
राज्य ब्यूरो, जागरण देहरादून। विधानसभा के विशेष सत्र में उत्तराखंड की 25 वर्ष की विकास यात्रा और भविष्य के रोडमैप को लेकर सदन में हो रही चर्चा के दौरान मंगलवार को कई बार ऐसे मौके भी आए, जब सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक होती रही।
हम सब उत्तराखंडी हैं
सदन में भाजपा विधायक विनोद चमोली जब मूल निवास विषय पर बात रख रहे थे, तब विपक्ष ने टोकाटाकी की। इसी दौरान विधायक चमोली ने विपक्ष की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि वह उत्तराखंडियत की बात कर रहे हैं। मैं उत्तराखंडी हूं और आप पार्टी के लोग हो। इस पर कांग्रेस विधायकों रवि बहादुर, वीरेंद्र जाती, अनुपमा रावत, तिलकराज बेहड़ ने ऐतराज जताते हुए विषय को गलत दिशा में ले जाने का आरोप लगाया। विपक्ष के विधायकों ने कहा कि सभी उत्तराखंडी हैं और उत्तराखंड के दर्द की बात होनी चाहिए। इस पर पीठ की ओर से कहा गया कि हम सब उत्तराखंडी हैं।
मर्यादित भाषा का करें प्रयोग
भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने संबोधन के दौरान उल्लेख किया कि भाजपा ने वर्ष 2022 में लगातार दूसरी बार सत्तासीन होकर मिथक तोड़ा और वर्ष 2027 में भी यही स्थिति रहेगी। इस पर विपक्ष के विधायक जोर-जोर से एक नारा लगाने लगे। विधानसभा अध्यक्ष ने तुरंत इसका संज्ञान लिया और नारे से संबंधित अंश को कार्यवाही हटाने के निर्देश दिए। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बातचीत में तल्खी हो सकती है, लेकिन अपशब्दों का प्रयोग कतई नहीं होना चाहिए। उन्होंने सदस्यों से कहा कि वे मर्यादित भाषा का प्रयोग करें।
बाहर जाकर करें टीका-टिप्पणी
सदन में चर्चा के दौरान कई बार विधायक आपस में बातचीत में मशगूल भी दिखे। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने इस पर नाराजगी जताई और कहा कि जो सदस्य अपनी बात रख रहा है, उन्हें सुनें। यदि किसी को कोई टीका-टिप्पणी करनी है तो बाहर जाकर करें।
कांग्रेस ने ही की थी शुरुआत
कांग्रेस विधायक भुवन कापड़ी ने सत्र के दौरान अपनी बात रखते हुए एक औद्योगिक समूह को भूमि देने का जिक्र किया था। इस पर कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने मंगलवार को कहा कि औद्योगिक इकाइयों को एक रुपये में भूमि देने की शुरुआत कांग्रेस ने ही की थी। उन्होंने कहा कि विकास के लिए कांग्रेस यह नीति लाई होगी, लेकिन शुरुआत उसने ही की थी। लिहाजा, तथ्यों को सही तरीके से रखा जाए।
साथी विधायक की टिप्पणी को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़ ने अपनी ही पार्टी के विधायक लखपत बुटोला की राज्य के पहले मुख्यमंत्री को लेकर की गई टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। बेहड़ ने पीठ से आग्रह करते हुए कहा कि बुटोला भूलवश टिप्पणी कर गए होंगे, लिहाजा इसे सदन की कार्यवाही से हटा दिया जाए। तभी भाजपा विधायक दिलीप रावत ने कहा कि कांग्रेस इसके लिए माफी मांगे। इसे लेकर रावत और बेहड़ के मध्य बहस भी हुई।

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