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    उत्तराखंड कांग्रेस में घमासान : बनने लगे नए समीकरण, हरक सिंह रावत ने हरिद्वार लोकसभा सीट पर ठोकी दावेदारी

    By Nirmala BohraEdited By:
    Updated: Wed, 13 Jul 2022 08:56 AM (IST)

    Uttarakhand Congress Crisis पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के नेतृत्व में सक्रिय हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत विरोधी मोर्चे ने एक कदम और आगे बढ़ाया। मोर्च ने हरिद्वार से सांसद रह चुके हरीश रावत को फिर निशाने पर लेते हुए इस सीट पर उनकी दावेदारी को चुनौती दी।

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    Uttarakhand Congress Crisis : हरक सिंह रावत ने हरिद्वार लोकसभा सीट पर ठोकी दावेदारी

    राज्य ब्यूरो, देहरादून : Uttarakhand Congress Crisis : प्रदेश में कांग्रेस के भीतर घमासान के आसार हैं। बीते रोज पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के नेतृत्व में सक्रिय हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत विरोधी मोर्चे ने मंगलवार को एक कदम और आगे बढ़ाया। हरिद्वार में बैठक के बाद हरक सिंह रावत ने हरिद्वार लोकसभा सीट पर दावेदारी ठोकी। मोर्च ने हरिद्वार से सांसद रह चुके हरीश रावत को फिर निशाने पर लेते हुए इस सीट पर उनकी दावेदारी को चुनौती दे दी। हरीश रावत के करीबी माने जाने वाले श्रीजयराम आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्म स्वरूप ब्रहमचारी मंगलवार को जिस तरह मोर्चे की बैठक में उपस्थित रहे, उसे हरिद्वार में नए समीकरण के रूप में देखा जा रहा है।

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    अंतर्कलह कम होने के स्थान पर हुई और तेज

    पांचवीं विधानसभा के चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस में अंतर्कलह कम होने के स्थान पर और तेज हुई है। लगातार दो विधानसभा चुनाव हारने के बाद पार्टी के भीतर हरीश रावत विरोधी मोर्चा नए सिरे से मुखर हुआ है। बीते दिनों हरीश रावत हार के लिए उन्हें ही जिम्मेदार ठहराने वाले नेताओं पर बरस चुके हैं। यही नहीं, उन्होंने हरिद्वार में उनके विरुद्ध प्रचार अभियान चलाने का आरोप लगाते हुए पार्टी हाईकमान से ऐसे व्यक्तियों पर कार्यवाही की मांग की थी। तब उनके निशाने पर प्रमुख रूप से पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह थे।

    इस मामले में बीते दिन नया मोड़ तब आया जब प्रीतम सिंह के साथ ही वर्तमान उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, कुछ पूर्व विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों ने पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के आवास पर बैठक की। बैठक में इन नेताओं के निशाने पर हरीश रावत रहे थे। मंगलवार को हरीश रावत विरोधी मोर्चे ने हरिद्वार में डेरा डालकर चौंका दिया। हरिद्वार की राजनीति में हरीश रावत के करीबी रहे श्रीजयराम आश्रम के स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी से हरक सिंह के नेतृत्व में मोर्चे के नेताओं ने भेंट की। इस बैठक में हरिद्वार लोकसभा सीट को लेकर चर्चा ने राजनीति गर्मा दी है।

    विशेष बात यह है कि हरीश रावत के हरिद्वार के प्रस्तावित दौरे से एक दिन पहले बैठक में पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत ने हरिद्वार लोकसभा सीट पर दावेदारी प्रस्तुत कर दी है। लोकसभा चुनाव दो साल बाद 2024 में होने हैं, लेकिन अभी से इस कसरत ने हरिद्वार की राजनीति में नए ध्रुवीकरण के संकेत भी दे दिए हैं। मोर्चा इस प्रयास में जुटा है कि हरिद्वार जिले से अधिक संख्या में स्थानीय नेताओं और पार्टी विधायकों का समर्थन जुटाया जाए।

    हरीश रावत बोले, जारी रखूंगा टोटकेबाजी

    यद्यपि इस सक्रियता के बावजूद मोर्चे के सामने भी चुनौती है। हरिद्वार की राजनीति पर हरीश रावत की पकड़ का ही परिणाम है कि मोर्चे की बैठक से जिले के पार्टी विधायकों ने दूरी बनाए रखी। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरक सिंह रावत की टिप्पणी और मोर्चे की बैठक को लेकर अभी संयत रुख ही दर्शाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह सक्रिय और सशक्त है। जनता के सवालों को पार्टी उठा रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी और उसके नेताओं को जगाने के लिए टोटकेबाजी जारी रखेंगे।

    हरक की कोश्यारी से भेंट ने गरमाई राजनीति

    पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात को लेकर भी प्रदेश में चर्चाएं जोर पर हैं। विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद से ही कांग्रेस में सुस्त दिखाई देते रहे हरक सिंह रावत ने बीते सोमवार को कोश्यारी से उनके देहरादून स्थित निजी आवास पर मुलाकात की थी। हरक सिंह और उनके करीबी अधिकारियों के विरुद्ध पुष्कर सिंह धामी सरकार का रुख कड़ा है। कोश्यारी को मुख्यमंत्री धामी का राजनीतिक गुरु माना जाता है। इस मुलाकात पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सीधी टिप्पणी करने के बजाय कोश्यारी की बतौर राज्यपाल महाराष्ट्र की उद्धव सरकार के प्रति रवैये पर सवाल खड़े किए। साथ ही कहा कि कांग्रेस की भाजपा के साथ लड़ाई जारी है। इसमें कुछ लोग भाजपा के साथ खड़े हैं तो कुछ निष्ठावान कांग्रेसी जुझारूपन से लड़ रहे हैं।

    हरदा चुनाव लड़ने के बजाय युवाओं को दे आशीर्वाद: हरक

    पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता डा. हरक सिंह रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हरदा कांग्रेस के वरिष्ठतम नेता हैं, इसलिए उन्हें चुनाव लड़ने के बजाय युवाओं को आशीर्वाद देना चाहिए। मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि सभी कांग्रेस नेता श्रीजयराम आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी से शिष्टाचार भेंट करने के लिए आए थे। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने कहा कि भाजपा सरकार की जनता विरोधी नीतियों के खिलाफ कांग्रेस को सड़क पर उतरना होगा।

    स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि राज्य की समस्याओं व जनहित के मुद्दों को लेकर कांग्रेस अपनी भूमिका का निर्वहन कर रही है। इस दौरान पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण, पूर्व विधायक राजकुमार, देहरादून महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, सचिव संदीप चमोली, रुड़की के पूर्व महापौर यशपाल राणा, पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रदीप चैधरी, ग्रामीण कांग्रेस जिला अध्यक्ष धर्मपाल, महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल, पूर्व सभासद अशोक शर्मा, दिनेश पुण्डीर, एससी विभाग के जिला अध्यक्ष सुनील कुमार सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।