उत्तराखंड में इस जगह नहीं बांटे जाएंगे शादी के कार्ड, खुद जाकर निमंत्रण ना देने पर लगेगा एक लाख का जुर्माना
शनिवार को ग्राम सवाई में स्याणा आनंद सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई ग्रामीण बैठक में परंपराओं के संरक्षण, अनावश्यक खर्च और नशाखोरी रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इसमें शादी-विवाह में शराब और बियर परोसने पर रोक लगाने का भी निर्णय शामिल है।

संवाद सूत्र, साहिया। शनिवार को ग्राम सवाई में गांव के स्याणा आनंद सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई ग्रामीणों की बैठक में परंपराओं के सरंक्षण और अनावश्यक खर्च तथा नशाखोरी पर रोक के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण निर्णय किये गए। बैठक में शादी-विवाह में शराब और बियर परोसने पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया।
यह भी निर्णय लिया गया कि अब विवाह के कार्ड नहीं बांटे जाएंगे। जिस घर में शादी होगी, उस परिवार के सदस्य खुद घर-घर जाकर ग्रामीणों को निमंत्रण देंगे। शादी के कार्ड केवल रिश्तेदारों को ही दिए जाएंगे। जो परिवार इन नियमों का उल्लंघन करेगा, उस पर एक लाख रुपये का अर्थदंड लगाया जाएगा।
नहीं होंगे विवाह में शामिल
बैठक में कहा गया यदि कोई ग्रामीण इस निर्णयों का उल्लंघन करेगा तो गांव के लोग उसके विवाह में शामिल नहीं होंगे। इस मौके पर मामा पक्ष की ओर से शादी-विवाह में दिया जाने वाला बकरा और कच्ची शराब पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि रईणी भोज में परिवार द्वारा केवल मिठाई और फल ही दिए जाएं।
ड्राई फ्रूट, गिफ्ट पैक, वस्त्र, चांदी का सिक्का देना प्रतिबंधित रहेगा। इसी प्रकार पहले बेटे की शादी में विवाहित बेटियों द्वारा दिये जाने वाले बकरे की परंपरा भी खत्म करने का निर्णय लिया गया। शादी में अब फास्ट फूड भी नहीं परोसा जाएगा। सादगी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शादी-विवाह व रईणी भोज में महिलाओं के लिए केवल तीन प्रकार के गहने पहनने की अनुमति होगी। इसमें नाक की फुली, कान की झुमकी या तुंगल और गले का मंगलसूत्र शामिल है।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर मठोर सिंह, सरदार सिंह, सियाराम, केशर सिंह, गुड्डू सिंह, सिना सिंह, कल सिंह, अनवीर सिंह, कपिल चौहान, विरेंद्र सिंह, विपिन दास, बलवीर वर्मा, मनोहर सिंह, विजेंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे।

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