Ganga Dussehra 2025: हरिद्वार में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़, हरकी पैड़ी पर लगा आस्था का सैलाब
आज गंगा दशहरा पर हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है क्योंकि मान्यता है कि इस दिन मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। हरकी पैड़ी पर सुबह से ही गंगा स्नान करने के लिए श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। गंगा घाटों पर पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की जा रही है। आज गंगा स्नान करने से 10 तरह के पापों से मुक्ति मिलती है।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। गंगा दशहरा पर्व पर हरिद्वार में श्रद्धा का सैलाब उमड़ा। सुबह चार बजे से हरकी पैड़ी एवं आसपास के गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई। शाम छह बजे तक करीब 10 लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।
दोपहर में चिलचिलाती धूप और शुभ मुहूर्त पर हरकी पैड़ी के घाट श्रद्धालुओं से पैक रहे। गंगा दशहरा पर्व पर गंगा स्नान का सबसे बड़ा महत्व है। धार्मिक मान्यता है कि इसी दिन मां गंगा भगवान शिव की जटाओं से पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं। बृहस्पतिवार को गंगा दशहरा पर्व पर हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, एनसीआर समेत कई राज्यों से श्रद्धालु स्नान के लिए हरिद्वार पहुंचे।
सुबह चार बजे से हरकी पैड़ी और आसपास गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का जमघट लगाना शुरू हो गया। सुबह 11.47 बजे से दोपहर 12.40 बजे तक अभिजित मुहूर्त पर सर्वाधिक भीड़ उमड़ी। दोपहर की गर्मी और मुहूर्त होने से श्रद्धालुओं ने गंगा घाटों पर डुबकी लगाई। दोपहर दो बजे तक करीब 8 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया। शाम छह बजे तक स्नान चला। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने कहा कि शाम छह बजे तक करीब 20 लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।
बच्चों का कराया मुंडन और दानपुण्य किया
श्रद्धालुओं ने गंगा दशहरा पर गंगा में स्नान करने के साथ बच्चों का मुंडन संस्कार भी कराया। नाईसोता घाट पर सैकड़ों बच्चों का मुंडन संस्कार हुआ। जगह-जगह दोपहर तक ढोल की थाप सुनाई दी। परिवारजनों ने दान कर पुण्य कमाया।
मंदिरों में लगी रही भीड़
हरकी पैड़ी पर गंगा स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने मां चंडी देवी और मनसा देवी के दर्शन किए। मंदिरों में काफी भीड़ रही। रोप-वे टिकट के लिए मारामारी रही और श्रद्धालुओं को टिकट के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ा। टिकट के बाद भी अपनी बारी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा।
बाजारों में रही रौनक
गंगा दशहरा पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। होटल, धर्मशालाएं और लॉज पैक रहे। बुधवार रात से ही श्रद्धालु पहुंचने शुरू हो गए। बृहस्पतिवार को अपर रोड पर काफी भीड़ रही। देर रात तक बाजारों में चहल पहल होने से व्यापारी काफी उत्साहित दिखे। व्यापारियों ने कहा कि वैशाखी के बाद से इस सीजन में गंगा दशहरा पर ही बाजार में रस दिखा है।
श्रद्धालु रहे परेशान
गंगा दशहरा पर्व पर हरकी पैड़ी क्षेत्र में केवल एक ही जूता स्टॉल खुला था, उसके आगे अवैध पर्किंग की वजह से लोग जूता रखने में परेशान थे। इसलिए अधिकांश श्रद्धालुओं ने गेट के पास ही जूता चप्पल छोड़े। स्नान करने के बाद लौटे तो श्रद्धालुओं को अपने जूते-चप्पल लेकर इधर-उधर भटकना पड़ा।
बांस की बल्लियों से की आवाजाही
गंगा दशहरा पर्व पर हरकी पैड़ी में इतनी भीड़ हुई कि महिला घाट के पास की गली के ऊपर रखे बांस बल्लियों से ही श्रद्धालु आवाजाही करने लगे। जिससे श्रद्धालुओं के चोटिल होने का खतरा बना। कई महिलाएं बैठ-बैठ कर इन बांसों को पार करती नजर आई। तो कई कई बुजुर्गों चोटिल होने से बाल-बाल बचे। सुरक्षा कर्मियों ने वहां से किसी तरह भीड़ को हटाया। जिससे बाद बड़ा हादसा टला।
मुख्यमंत्री ने दी गंगा दशहरा की शुभकामनाएं
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को गंगा दशहरा की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि जीवनदायिनी गंगा का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। बिना गंगा व अन्य पावन नदियों के लोक जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है।
गंगा दशहरा की अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि पावन नदियां हमारे अस्तित्व से जुड़ा विषय भी हैं। उन्होंने ने कहा कि इस पावन अवसर पर हमें गंगा एवं अन्य नदियों के साथ ही सभी जल स्रोतों को पवित्र रखने में भी अपना योगदान देना होगा।
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