भारी बारिश के अलर्ट के बीच हरिद्वार में स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में छुट्टी का एलान, निचले इलाकों में भरा पानी
हरिद्वार में भारी बारिश की चेतावनी के कारण 5 अगस्त को सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने आदेश जारी किया। बोर्ड परीक्षाओं वाले विद्यालय खुले रहेंगे। लगातार वर्षा से गंगा का जलस्तर बढ़ गया है जो चेतावनी स्तर के करीब है जिससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। निचले इलाकों में जलभराव से लोगों को परेशानी हो रही है।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। मंगलवार को जनपद हरिद्वार के सभी विद्यालय और आंगनबाड़ी में अवकाश घोषित किया गया है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि भारतीय मौसम विज्ञान केन्द्र, देहरादून की ओर से 4 अगस्त को जनपद हरिद्वार में ऑरेंज अलर्ट तथा 05 अगस्त येलो अलर्ट किया गया है। इसकी के तहत जनपद में कहीं-कहीं पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की सम्भावना व्यक्त की गई हैं।
वर्तमान मानसूनकाल के मध्येनजर विद्यालयों में जाने वाले छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के दृष्टिगत 5 अगस्त को जनपद हरिद्वार के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्र, शासकीय, अर्द्धशासकीय, सरकारी सहायता प्राप्त एवं निजी विद्यालय बन्द रहेंगे। इसके अतिरिक्त जिन विद्यालयों में बोर्ड की अंक सुधार परीक्षायें संचालित है ये यथावत् खुले रहेंगे।
गंगा का जलस्तर बढ़ा, बाढ़ का खतरा मंडराया
लक्सर। नगर समेत क्षेत्र में रविवार रात से शुरू हुई वर्षा लगातार जारी है। नगर के निचले इलाकों में जलभराव के कारण लोगों को जहां दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं लगातार वर्षा के चलते गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। जिससे गंगा के तटिये इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
गंगा चेतावनी तक के करीब बह रहा है। क्षेत्र में रविवार रात्रि शुरू हुई वर्षा का सिलसिला सोमवार को भी दिन भर चलता रहा। निचले इलाकों में जल भराव होने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी।
स्थानीय निवासी राकेश कुमार, शिव कुमार, पाल सिंह, विनोद कुमार, आनंद कुमार आदि का कहना है कि जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण थोड़ी सी वर्षा में नगर की सड़क पानी से लबालब हो जाती हैं।
नालो व नालियों की पूरी तरह सफाई न होने के कारण वर्षा होने पर लोगों के घरों में पानी घुस जाता है। नगर पालिका प्रशासन मामले को लेकर गंभीर नहीं है। स्थानीय लोगों द्वारा कोल्ड ड्रिंक, पानी की बोतलें एवं पॉलीथिन आदि कचरा जहां नालियों में डाला जाता है वहीं सुबह सफाई के दौरान सफाई कर्मियों द्वारा भी सड़कों का कूड़ा नालियों में ही डाल दिया जाता हैं।
जिस कारण पानी की निकासी अवरुद्ध होने कारण पानी सड़कों पर इकट्ठा हो जाता है। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी मोहम्मद कामिल का कहना है कि नगर की नियमित सफाई व्यवस्था के साथ-साथ नगर के सभी नालो की सफाई कराई गई है। सफाई व्यवस्था को लेकर स्थानीय लोगों को भी जागरूक होना होगा।
वही पहाड़ों पर लगातार हो रही वर्षा के चलते गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। अपराह्न दो बजे गंगा का जलस्तर 292.75 मीटर दर्ज किया गया। जो चेतावनी निशान से महज 25 सेंटीमीटर नीचे है। चेतावनी निशान 293 मीटर तथा खतरे का निशान 294 मीटर पर है। जिससे गंगा की तटीय इलाकों में एक बार फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
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