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    Haridwar News: जर्मन प्रतिनिधिमंडल ने प्रौद्योगिकी सहयोग पर की चर्चा, सीएम धामी के इस विजन पर भी हुई बात

    By Rena Edited By: Ashish Mishra
    Updated: Thu, 28 Aug 2025 08:08 AM (IST)

    आईआईटी रुड़की में फ्रैंकफर्ट से आए जर्मन प्रतिनिधिमंडल ने उत्तराखंड के अधिकारियों के साथ मिलकर प्रौद्योगिकी सहयोग पर चर्चा की। उन्होंने इंजीनियरिंग नवीकरणीय ऊर्जा और नवाचार जैसे क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं पर विचार किया। जर्मन दल ने भारत के साथ मिलकर वैश्विक स्तर पर प्रभाव डालने वाली तकनीकों पर काम करने की इच्छा जताई। उत्तराखंड सरकार राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिए तत्पर है।

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    आईआईटी रुड़की में प्रौद्योगिकी सहयोग और निवेश की संभावनाओं पर जर्मन प्रतिनिधिमंडल ने की चर्चा। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, रुड़की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) रुड़की में हुई बैठक में फ्रैंकफर्ट से आए एक जर्मन प्रतिनिधिमंडल ने इंजीनियरिंग, नवीकरणीय ऊर्जा, उभरती प्रौद्योगिकियों और नवाचार-आधारित उद्यमों पर विचार-विमर्श किया। साथ ही, उत्तराखंड के अधिकारियों और शिक्षाविदों से मुलाकात कर प्रौद्योगिकी सहयोग और निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की।

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    आईआईटी रुड़की में आयोजित बैठक में फ्रैंकफर्ट सिटी पार्लियामेंट के सांसद एवं डिजिटलीकरण के प्रवक्ता राहुल कुमार के नेतृत्व में आए जर्मन दल ने कहा कि हमारे दिल व दरवाजे भारत और विशेषकर उत्तराखंड के लिए खुले हैं। ताकि हम मिलकर ऐसी नवीन तकनीकों पर काम कर सकें जो वैश्विक स्तर पर प्रभाव डाल सकें।

    वहीं, उत्तराखंड प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. कमल किशोर पंत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विजन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि राज्य को निवेश गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के साथ-साथ लगातार निवेश की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।

    निदेशक ने सेमीकंडक्टर, स्पेस साइंस, डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में अवसरों की चर्चा की। उन्होंने स्थिरता, महिला सशक्तीकरण और आपदा पूर्व चेतावनी प्रणालियों में भी भारत-जर्मनी सहयोग पर बल दिया।

    जर्मनी के इनोवेशन हब राइन माइन के सीइओ स्टीफन विटेकाइंड ने कहा कि फ्रैंकफर्ट उन भारतीय स्टार्टअप्स और मिड-साइज कंपनियों के साथ साझेदारी करना चाहता है जो जर्मनी और यूरोप की मदद से वैश्विक विस्तार करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक्स, ग्रीन एनर्जी और डिजीटल स्किल्स में जर्मनी अग्रिम कतार में है और वह भारतीय संस्थानों एवं उद्यमों के साथ सहयोग को लेकर उत्साहित है।

    दोनों प्रतिनिधिमंडल ने उत्तराखंड और फ्रैंकफर्ट के बीच घनिष्ठ संबंध नवाचार, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और निवेश के नए द्वार खोलने व भारत-जर्मनी के सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति जताई।

    जर्मन प्रतिनिधिमंडल में फ्रैंकफर्ट सिटी पार्लियामेंट एडवाइजर सौरभ भगत और भारतीय प्रतिनिधिमंडल में संस्थान के स्पान्सर्ड रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल कंसल्टेंसी डीन प्रो. विवेक कुमार मलिक, इंटरनेशनल रिलेशंस डीन प्रो. वीसी श्रीवास्तव, टाइड्स सीइओ अजम अली खान और कारपोरेट इंटरेक्शन के एसोसिएट डीन प्रो. अमित अग्रवाल शामिल रहे।