Rajaji Tiger Reserve की चीला जोन में अब दिखा मानसून का जख्म, कई रास्ते तबाह
राजाजी टाइगर रिजर्व 15 नवंबर को खुलेगा, पर चीला जोन का वृत्ताकार सफारी ट्रैक संशय में है। मानसून में भूस्खलन से ट्रैक का 200 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया, जिससे एक करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। मरम्मत कार्य जारी है, लेकिन वृत्ताकार सफारी की अनुमति मिलने में संदेह है। फिलहाल, चीला से हिल टॉप तक ही सफारी संभव है।

वृत्ताकार ट्रैक के खुलने का करना पड़ सकता है इंतजार. Jagran
शैलेंद्र गोदियाल, जागरण हरिद्वार। राजाजी टाइगर रिजर्व के की ओर से आगामी 15 नवंबर को पर्यटकों के लिए खोल दिए जाएंगे, किंतु इस बार राजाजी टाइगर रिजर्व का प्रमुख आकर्षण चीला जोन वृत्ताकार सफारी ट्रैक संशय के घेरे में है। मानसून सीजन में प्राकृतिक आपदा ने इस प्रसिद्ध वृत्ताकार सफारी ट्रैक को भी बड़ा गहरा घाव दिया है। मीठावली के समीप हिल टॉप क्षेत्र में लगभग 200 मीटर हिस्सा भारी भूस्खलन के कारण ध्वस्त हो गया। बीते सप्ताह ट्रैक की मरम्मत करने के लिए जब राजाजी टाइगर रिजर्व की टीम हिल टाप के पहुंची तो तब मानसून के जख्म का पता चल पाया। दरअसल राजाजी टाइगर रिजर्व के गेट मानसून काल के लिए 15 जून को बंद हो गए थे। मानसून समाप्त होने के बाद अब टाइगर रिजर्व प्रशासन की टीम ट्रैक की मरम्मत करने में जुटी है। जिससे 15 नवंबर से पर्यटक टाइगर रिजर्व की सैर कर सकें।
राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन के अनुसार मानसून सीजन में चीला जोन के ट्रैक को लगभग एक करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। मानसून के दौरान यहां बादल फटने जैसी स्थिति बनी थी, जिससे मार्ग के कई हिस्से धंस गए और हिल टाप के पास भारी भूकटाव भी हुआ है। इस क्षेत्र में करीब 200 मीटर हिस्से में सफारी मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। वर्तमान में राजाजी टाइगर रिजर्व की टीम अस्थायी रूप से रास्ता दुरुस्त करने और वैकल्पिक मार्ग तैयार करने में जुटी हुई है, ताकि पर्यटक पूर्ववत अनुभव प्राप्त कर सकें। राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला वार्डन ने चित्रांजली नेगी ने कहा कि चीला का वृत्ताकार ट्रैक को शीघ्र बहाल करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है, ताकि सैलानी चीला जोन के जंगलों में प्रकृति और वन्यजीवों के रोमांचक दीदार का पूरा आनंद ले सकें।
36 किलोमीटर लंबा है वृत्ताकार ट्रैक
हरिद्वार : गौरतलब है कि राजाजी टाइगर रिजर्व का चीला जोन सबसे प्रमुख और लोकप्रिय पर्यटक जोन है। यहां हाथी, बाघ, गुलदार, भालू, हिरण, नीलगाय और हाइना जैसे वन्यजीवों के दर्शन के लिए देश-विदेश से सैलानी आते हैं। यह जोन 36 किलोमीटर लंबे वृत्ताकार ट्रैक के लिए प्रसिद्ध है, जहां जीप सफारी के माध्यम से पर्यटक जंगल की नैसर्गिक सुंदरता का आनंद लेते हैं। हालांकि, इस बार पार्क के द्वार तो तय तिथि पर खुलेंगे, परंतु संभावना यही जताई जा रही है कि प्रारंभिक दिनों में वृत्ताकार सफारी संभव नहीं हो पाएगी। राजाजी टाइगर रिजर्व ने संकेत दिया है कि यदि ट्रैक की पूर्ण मरम्मत समय पर नहीं हो पाती, तो पर्यटकों को चीला से हिल टॉप और चीला से मीठावली तक सीमित सफारी की अनुमति दी जाएगी।

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