मध्यप्रदेश के भाइयों का नैनीताल में सल्फास खाने का मामला, इस कारण उठाया था आत्मघाती कदम
मध्य प्रदेश के रीवा जिले के दो भाइयों ने पारिवारिक कलह से परेशान होकर काठगोदाम में सल्फास खा लिया, जिसमें एक की मौत हो गई। मृतक के मामा ने ससुराल पक्ष पर भूमि विवाद के चलते प्रताड़ना का आरोप लगाया है, जिसके कारण दोनों ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

दोनों भाइयों ने 872 किलोमीटर दूर काठगोदाम आकर सल्फास खा लिया था। आर्काइव
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। भूमि विवाद के चलते पारिवारिक कलह से परेशान मध्यप्रदेश जिला रीवा ग्राम मणिकवार निवासी दोनों भाइयों ने 872 किलोमीटर दूर काठगोदाम आकर सल्फास खा लिया। जिससे 22 वर्षीय शिवेश मिश्रा की गुरुवार को मौत हो चुकी है। जबकि छोटा भाई बृजेश मिश्रा एसटीएच में गंभीर हालत में भर्ती है।पुलिस जांच में पता चला की दोनों भाई रोजगार की तलाश में मध्यप्रदेश से पुणे को जाने के लिए निकले थे। लेकिन उत्तराखंड क्यों आ गए। यह अभी भी पहेली बनी हुई है।
शुक्रवार को दोनों भाइयों के मामा सुरेंद्र पांडे पानीपत से हल्द्वानी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। उन्होंने अपनी मृतक बहन ममता मिश्रा के ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए। बताया कि छह माह पहले भी जिला रीवा के मणिकवार गांव में भूमि विवाद को लेकर उनकी बहन ममता मिश्रा व जीजा मनोज मिश्रा ने जहरीला पदार्थ खाकर सुसाइड किया था। तभी से इनके दोनों बच्चे परेशान रहने लगे थे। आरोप लगाया कि बृजेश मिश्रा की दादी व बुआ भी इन्हें काफी परेशान करते थे। इनके परिवार के गांव मणिकवार में करीब आठ एकड़ भूमि है। इसे हतियाने के लिए यह दोनों को परेशान करते थे। जिससे दोनों ने आत्मघाती कदम उठाया है।
बताया कि उन्हें गुरुवार की दोपहर काठगोदाम पुलिस की ओर से फोन पर दोनों के सुसाइड करने की सूचना मिली। जिसके बाद वह पानीपत से हल्द्वानी के लिए रवाना हुए। सुरेंद्र के बड़े भाई अंबिका पांडे भी बड़ौदरा से हल्द्वानी के लिए निकल गए हैं। जिला रीवा निवासी सुरेंद्र पानीपत में एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं। काठगोदाम पुलिस के मुताबिक अब शनिवार को मृतक शिवेश का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
पंचनामे के आधार पर ही दोनों युवकों के जहर खाने के कारण की पूछताछ इनके परिवार वालों से की जाएगी। नैनीताल जिले में मौत हुई है तो यहीं की पुलिस इसपर कार्रवाई करेगी।दोनों युवकों की काल डिटेल रिकार्ड को भी देखा जाएगा।- मनोज कत्याल, एसपी सिटी

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