नैनीताल जिले के लेखपालों के कार्य बहिष्कार से पीएम किसान निधि रुकी, नहीं हो रहे दाखिल खारिज
lekhpal strike in nainital उत्तराखंड लेखपाल संघ ने 30 जून से अतिरिक्त प्रभार वाले क्षेत्रों का काम छोड़ दिया। इसके चलते अभी तक जिले के 24 क्षेत्रों पटवारी (लेखपाल) काम नहीं कर रहे हैं। इसको लेकर संघ की शासन स्तर पर वार्ता हो चुकी है लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : lekhpal strike in nainital : नैनीताल जिले में 50 पटवारी क्षेत्राें में से केवल 26 क्षेत्रों में काम सुचारु रूप से चल रहा है। बाकी क्षेत्रों में चार महीने से पटवारी हैं ही नहीं । इस क्षेत्र में तमाम काम प्रभावित हो चुके हैं। लोग परेशान हैं। इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी ध्यान देने को तैयार नहीं हैं।
उत्तराखंड लेखपाल संघ ने 30 जून, 2022 से अतिरिक्त प्रभार वाले क्षेत्रों का काम छोड़ दिया था। इसके बाद संघ की शासन स्तर पर एक दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। इसके चलते अभी तक जिले के 24 क्षेत्रों पटवारी (लेखपाल) काम नहीं कर रहे हैं।
संघ के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य जितेंद्र मिश्रा ने बताया कि मानदेय बढ़ाए जाने, नए पटवारियों की शीघ्र नियुक्ति किए जाने की मांग की है। इस पर सहमति नहीं बन सकी है। इसलिए हम लोगों ने अतिरिक्त प्रभार वाले क्षेत्रों का काम छोड़ रखा है।
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ये काम हो रहे प्रभावित
- - पीएम किसान सम्मान निधि नहीं मिल पा रही है
- - दाखिल खारिज नहीं निकल पा रही है
- - सर्वे अधिक काम रूके हुए हैं
- - राजस्व से जुड़े काम ठप पड़े हुए हैं
- - नए पेंशनरों की रिपोर्ट नहीं लग पा रही है
- - पैमाइश संबंधी कार्य भी नहीं हो रहे हैं
क्या कहा ग्रामीणों ने
गौलापार निवासी प्रकाश पांडे ने बताया कि चार महीने से पटवारी काम नहीं कर रहे हैं। किसी को विरासत दर्ज करनी है तो किसी को प्रमाण पत्र बनाने हैं। जनप्रतिनिधियों से गुहार भी लगाई जा चुकी है, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।
कमलुवागांजा निवासी ब्रिजेश जोशी ने बताया कि पटवारियों के न होने से किसानों को सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल पा रहा है। दाखिल खारिज भी नहीं मिल पा रही है। इस समस्या का जल्द समाधान निकाला जाना चाहिए।

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