Updated: Thu, 28 Aug 2025 03:34 PM (IST)
सात सितंबर को होने वाला चंद्रग्रहण इस बार लाल रंग में रंगा दिखेगा जिसे भारत में भी देखा जा सकेगा। रात 8.58 बजे उपछाया ग्रहण शुरू होगा और 11 बजे पूर्ण ग्रहण लगेगा जिसमें चंद्रमा लाल रंग का दिखेगा जिसे ब्लड मून कहा जाता है। यह ग्रहण सूर्य पृथ्वी और चंद्रमा के एक सीध में आने के कारण होता है। यह ग्रहण भारत समेत कई देशों में दिखाई देगा।
जागरण संवादाता, नैनीताल। वर्ष का दूसरा चंद्रगहण इस बार लाल रंग में रंगा नजर आएगा। सात सितंबर को लगने जा रहा चंद्रग्रहण भारत में भी देखा जा सकेगा। भारत में रात 8.58 बजे उपछाया वाला ग्रहण शुरू होगा।
आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान एरीज के वरिष्ठ खगोल विज्ञानी डा शशिभूषण पांडेय ने बताया कि सात सितंबर को लगने जा रहा चंद्रग्रहण इस बार खास होगा। ग्रहण के दौरान चंद्रमा लाल व नारंगी रंग को खुद में समेटे होगा। भारतीय समय के अनुसार ग्रहण सात सितंबर की रात 8.58 बजे उपछाया के साथ शुरू होगा और 9.58 बजे चंद्रमा पर छाया दिखने लगेगी। चंद्रमा पर पूर्ण ग्रहण रात 11 बजे लगेगा।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ब्लड मून
इस दौरान चांद पूर्णतः पृथ्वी की छाया से ढका होगा और लाल रंग में रंगा हुआ बेहद खूबसूरत नजर आएगा। लाल रंग में नजर आने के कारण इसे ब्लड मून नाम दिया गया है। चंद्रग्रहण सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा एक सीध में आने का कारण होता है। इस दौरान सूर्य की रोशनी पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरती है, जो नीली रोशनी को छांटते हुए लाल रंग में तब्दील हो जाती है और चन्द्रमा लाल अथवा नारंगी रंग में रंग जाता है।
छाया वाला ग्रहण रात 1.25 बजे तक नजर आएगा। इसके बाद चंद्रमा उपछाया के प्रभाव में आ जाएगा, जो रात जो रात 2.25 बजे तक जारी रहेगा। इसके बाद चंद्रमा पृथ्वी की छाया से मुक्त हो जाएगा। डा. पांडे ने बताया कि वर्ष का यह दूसरा चंद्रग्रहण है भारत समेत चीन, रूस, अरब देशों के अलावा पश्चिमी आस्ट्रेलिया, पूर्वी अफ्रीका और यूरोप के कई देशों से देखा जा सकेगा। इससे पूर्व ब्लड मून वाला चंद्रग्रहण 2022 में देखा गया था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।