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    Nainital Fire: अग्निकांड में एक करोड़ से अधिक का नुकसान, मौका देख लोगों ने लाखों के सामान पर किया हाथ साफ

    Updated: Thu, 28 Aug 2025 08:28 PM (IST)

    नैनीताल के मल्लीताल में ओल्ड लंदन हाउस में आग लगने से एक करोड़ से ज़्यादा का नुकसान हुआ। इस हादसे में 82 वर्षीय शांता बिष्ट की जलकर मौत हो गई। आग लगने से इमारत की ऊपरी मंज़िल पूरी तरह से जल गई और नीचे की दुकानों में पानी भरने से भी नुकसान हुआ। राजस्व विभाग नुकसान का आकलन कर रहा है।

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    अग्निकांड में एक करोड़ से अधिक के नुकसान का अनुमान। जागरण

    जागरण संवाददाता, नैनीताल। शहर के मल्लीताल मोहन को चौराहे पर स्थित ओल्ड लंदन हाउस में लगी आग से भवन की ऊपरी मंजिल पूरी तरह जलकर राख हो गई। जिसमें पांच लोगों के आवास थे। आग बुझाने के दौरान भवन के निचले तल पर स्थित छह प्रतिष्ठानों में भी पानी भरने से भारी नुकसान हुआ।

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    शुरुआती आकलन के अनुसार अग्निकांड में एक करोड़ से अधिक का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। राजस्व व अग्निशमन विभाग की टीम प्रभावितों से पूछताछ कर नुकसान का आकलन करने में जुटी रही।

    बता दे कि बुधवार रात मोहन को चौराहे पर स्थित ओल्ड लंदन हाउस में आग लग गई थी। जिसमें 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला शांता बिष्ट भवन के भीतर ही जिंदा जल गई। करीब ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद देर रात एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस व दमकल विभाग कर्मियों ने आग पर काबू पाया। जिसके बाद भवन के भीतर से बुजुर्ग महिला का शव भी बरामद कर लिया गया।

    आग लगने के दौरान बिजली बंद होने से रात को संबंधित विभाग नुकसान का आकलन नहीं कर सके। गुरुवार को एसडीएम नवाजिश खलिक के साथ राजस्व कर्मियों व दमकल विभाग अधिकारियों ने भवन का मौका मुआयना किया। जिसमें भवन की एक मंजिल पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थी।

    भवन के भूतल में छह प्रतिष्ठानों में पानी भरने से सारा सामान भीगकर खराब हो गया। भवन व प्रतिष्ठान स्वामियों की ओर से एक करोड़ से अधिक का नुकसान होने की बात कही जा रही है जबकि राजस्व की टीम ने लोगों से पूछताछ के आधार पर करीब 50 लाख के नुकसान का आंकलन किया है।

    मृतका का पंचनामा व पोस्टमार्टम कर शव स्वजनों को सौपा

    अग्निकांड में जिंदा जली शांता बिष्ट के शव को रात को मोर्चरी में रखवाया गया था। सुबह ही पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। पोस्टमार्टम के बाद मृतका का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। घटना के बाद उनके स्वजनों में कोहराम मचा हुआ है।

    यह लोग हुए प्रभावित

    भवन के ऊपरी मंजिल पर पांच लोग शांता बिष्ट, के अलावा दूसरा शैलेंद्र बिष्ट, सिद्धार्थ अग्रवाल, अभिनव गुप्ता और प्रमोद अग्रवाल के फ्लैट थे। जिसमें से शैलेंद्र बिष्ट के फ्लैट में गायत्री खाती पार्लर व आनंद बिष्ट का साहसिक पर्यटन से जुड़ा कार्यालय था। अग्निकांड में पांचों भवन के साथ ही पार्लर व साहसिक पर्यटन कार्यालय में रखा लाखों का सामान जलकर राख हो गया।

    पुराना भवन होने के कारण आग बुझाने के दौरान जब पानी की बौछार की गई तो सारा पानी निचले तल पर स्थित प्रतिष्ठानों में घुस गया। जिससे अंचित कन्नौजिया की फर्नीचर की दुकान, मोहम्मद इमरान की कपड़ाें की दुकान, राजेंद्र करायत व नरेंद्र करायत के जनरल स्टोर व घर में पानी घुसने से भारी नुकसान हुआ। लक्ष्मी रेस्टोरेंट, इस्लाम बिरयानी व चौधरी हेल्थ बार में भी पानी घुसने से नुकसान हुआ है।

    सांसद व विधायक ने निरीक्षण कर प्रभावितों को दी सांत्वना

    अग्निकांड के दूसरे दिन सांसद अजय भट्ट, विधायक सरिता आर्य ने अग्निकांड की भेंट चढ़े भवन का मौका मुआयना किया। उन्होंने प्रभावितों का हालचाल जानने के साथ ही उन्हें सांत्वना दी। सांसद ने कहा कि शहर में बीती रात हुआ अग्निकांड दिल दहला देने वाला था। घटना क्यों हुई इसके कारणों की जांच करवाई जाएगी।

    घटना को लेकर मुख्यमंत्री को भी अवगत कराया गया है। प्रभावितों की हरसंभव मदद की जाएगी। सांसद ने जल संस्थान के अधिकारियों को हाइड्रेटों में हर समय पानी की सप्लाई के लिए योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

    घटना की होगी जांच

    अग्निकांड के कारणों को लेकर दूसरे दिन भी प्रशासन व दमकल विभाग के अधिकारी असमंजस की स्थिति में रहे। लोगों से पूछताछ में किसी ने शॉर्ट सर्किट तो किसी ने वेल्डिंग कार्य होना आग लगने का कारण बताया। एसडीएम नवाजिश खलीक ने बताया कि पूरे आग लगने के कारणों व राहत कार्यों में जो कमियां रह गई थी वह किस स्तर की चूक थी, इसकी जांच की जाएगी। विभाग की ओर से प्रथम दृष्टया करीब 50 लाख के नुकसान का आंकलन किया गया है। अग्निकांड किसी दैवीय आपदा के कारण घटित नहीं हुआ। जिस कारण हुए नुकसान को लेकर प्रस्ताव बनाकर शासन भेजा जाएगा। जिसमें प्रभावितों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक मदद की मांग की जाएगी।

    मदद को बढ़ाया हाथ तो कुछ ने आपदा में भी तलाशा अवसर

    आग लगने के बाद मौके पर अफरा तफरी का माहौल बना रहा। भवन के ऊपरी तल पर आग फैलने के बाद सबसे बड़ी चुनौती निचले तल पर अंचित कन्नौजिया की फर्नीचर की दुकान व राजेंद्र करायत व नरेंद्र करायत का जनरल स्टोर व घर को बचाने की चुनौती खड़ी हो गई।

    इस बीच तमाम लोग सहयोग को पहुंचे, मगर कई आपदा में अवसर भी तलाशते दिखे। अंचित कन्नौजिया का आरोप है कि मदद के लिए पहुंचे लोगों ने दुकान से फर्नीचर बाहर निकाल सुरक्षित स्थान पर रखा। इस बीच कुछ लोग मौका देख लाखों का सामान चोरी कर ले गए। राजेंद्र सिंह करायत ने भी सामान बाहर करने के दौरान गहनों की पोटली चोरी कर लेने के आरोप लगाए है।

    हटाया जाएगा भवन का जला हुआ हिस्सा

    अग्निकांड के बाद ब्रिटिशकालीन भवन जर्जर हो चुका है। जो आने जाने वाले लोगों के लिए भी खतरा बना हुआ है। गुरुवार को पुलिस व दमकल विभाग ने भवन के दो ओर बेरिकेडिंग कर लोगों की आवाजाही भवन के नीचे होने से रोकी। एसडीएम नवाजिश खलीक ने बताया कि भवन का जला हुआ ऊपरी तल लोगों के लिए खतरा बना हुआ है। जिसे हटाने के लिए जिला विकास प्राधिकरण व नगर पालिका को निर्देशित किया गया है।