Nainital Air Quality: नैनीताल में पटाखों के धुएं ने वातावरण में घोला जहर, ब्लैक कार्बन की मात्रा छह से सात गुना बढ़ी
Nainital Air Quality एरीज के वरिष्ठ वायुमंडलीय विज्ञानी डा. मनीष नाजा ने बताया कि इस वर्ष दीवाली पर पटाखों के धुएं से क्षेत्र का वातावरण बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। वायु प्रदूषण में गुणात्मक वृद्धि दर्ज की गई है जो स्वास्थ्य के लिहाज से ठीक नहीं है। सात सौ से आठ सौ नैनो ग्राम के बीच रहने वाली ब्लैक कार्बन की मात्रा सोमवार की सुबह लगभग...

जागरण संवाददाता, नैनीताल। Nainital Air Quality: पटाखों के धुएं ने सरोवर नगरी के स्वच्छ वातावरण में जहर घोल दिया है। दीपावली के दूसरे दिन वातावरण में ब्लैक कार्बन की मात्रा छह से सात गुना वृद्धि दर्ज की गई है। साथ ही आसमान में ओजोन की मात्रा में लगभग आधी कमी आ गई है।
ब्लैक कार्बन की मात्रा बढ़ी
आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान एरीज के वरिष्ठ वायुमंडलीय विज्ञानी डा. मनीष नाजा ने बताया कि इस वर्ष दीवाली पर पटाखों के धुएं से क्षेत्र का वातावरण बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। वायु प्रदूषण में गुणात्मक वृद्धि दर्ज की गई है, जो स्वास्थ्य के लिहाज से ठीक नहीं है। सामान्यतः सात सौ से आठ सौ नैनो ग्राम के बीच रहने वाली ब्लैक कार्बन की मात्रा सोमवार की सुबह पांच हजार के लगभग पहुंच गई है।
नाइट्रोजन डाई आक्साइड की मात्रा अधिक बढ़ने से ओजोन लेयर को नुकसान
वातावरण में नाइट्रोजन डाई आक्साइड की मात्रा अधिक बढ़ने से ओजोन लेयर को क्षति पहुंची है। सामान्यतः ओजोन की मात्रा 40 से 50 पार्ट पर बिलियन (पीपीबी) होती है, जो घटकर 20 से 25 पीपीबी रह गई है। नाइट्रोजन डाई आक्साइड ओजोन के लिए खतरनाक होती है। वायु प्रदूषण को सामान्य स्तर पर पहुंचने में समय लगेगा। एरीज के विज्ञानी लगातार वायु प्रदूषण में नजर रखे हुए हैं।

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