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    Uttarakhand: आदि कैलास क्षेत्र में दूसरे दिन भी बर्फबारी, बादलों से ढके ओम पर्वत के नहीं हुए दर्शन

    Updated: Wed, 08 Oct 2025 08:56 PM (IST)

    बागेश्वर जिले में मौसम ने करवट बदली, बारिश और ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई। पिंडारी और कफनी ग्लेशियर में हिमपात से ठंड बढ़ गई है। बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ और किसानों को धान और पराली के भीगने से नुकसान हुआ। उच्च हिमालयी गांवों में बिजली और संचार सेवाएं बाधित हैं। पिंडारी ग्लेशियर मार्ग पर भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। पिछले 24 घंटों में बागेश्वर में 16 मिमी बारिश दर्ज की गई।

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    आदि कैलास और ओम पर्वत क्षेत्र में दोपहर तक हिमपात हुआ। File

    संवाद सूत्र, जागरण, धारचूला । उच्च हिमालयी क्षेत्र में दूसरे दिन भी मौसम खराब रहा। आदि कैलास और ओम पर्वत क्षेत्र में दोपहर तक हिमपात हुआ। हिमपात के चलते सड़क बर्फ से पटी हुई है। यात्रियों को ओम पर्वत और आदि कैलास के दर्शन किए बगैर ही वापस लौटना पड़ा। इधर प्रशासन ने दूसरे दिन भी इनर लाइन परमिट जारी नहीं किए।

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    तवाघाट-लिपुलेख मोटर मार्ग पर नंपा से आगे पूरी सड़क बर्फ से पटी हुई है, जिस कारण यात्री आदि कैलास दर्शनों के लिए नहीं जा सके। दो दिनों से मौसम खुलने का इंतजार कर रहे कई यात्री बुधवार को वापस धारचूला लौट आए। नाबी और कूटी गांवों में दूसरे दिन भी हिमपात जारी रहा। कुटी गांव में बर्फ की चादर बिछी हुई है।

    तापमान में भारी गिरावट से क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दोपहर में कुछ देर मौसम खुला, लेकिन थोड़ी ही देर में फिर वर्षा शुरू हो गई। धारचूला नगर में भी बुधवार को धूप नहीं खिली। इधर पिथौरागढ़ में सुबह हल्की वर्षा हुई। दिन में मौसम साफ रहा।

    बागेश्वर में ऊंची चोटियों पर हल्का हिमपात

    बागेश्वर : जिले में बुधवार को मौसम पल-पल करवट बदलता रहा। सुबह हल्की वर्षा हुई, जबकि दिनभर रुक-रुककर बारिश का सिलसिला जारी रहा। पिंडारी और कफनी ग्लेशियर की ऊंची चोटियों पर हल्का हिमपात भी हुआ है, जिससे क्षेत्र में ठंड बढ़ गई है। बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ और खेती समेट रहे किसानों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा। जिले में वर्षा हो रही है। जिस कारण किसानों के धान खेतों में रह गए हैं।

    पराली भी भीग गई है। मवेशियों के लिए कटी घास खराब होने लगी है। लोगों के कपड़े तक नहीं सूख पा रहे हैं। उच्च हिमालयी चोटियों पर दूसरे दिन भी हल्का हिमपात की सूचना है। वहां गांवों में बिजली, पानी तथा संचार सेवाएं भी प्रभावित हो रही हैं। पिंडारी ग्लेशियर मोटर मार्ग पर भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। रजिया गधेरे के पास लगातार पत्थर गिरने से यातायात प्रभावित हो रहा है। कपकोट के विधायक सुरेश गढ़िया ने कहा कि सड़क खोलने के लिए लोडर मशीन लगाई गई है।

    इधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल के अनुसार, बीते 24 घंटों में बागेश्वर में 16 मिमी, गरुड़ में 11 मिमी, और कपकोट में 21 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है।