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    बदरीनाथ धाम में पूजा स्थलों पर अतिक्रमण, तीर्थ पुरोहितों में जबरदस्त आक्रोश; दी आंदोलन की चेतावनी

    Updated: Mon, 02 Jun 2025 10:41 PM (IST)

    देवप्रयाग के तीर्थ पुरोहित समाज ने बदरीनाथ धाम में पूजा स्थलों पर अतिक्रमण को लेकर आक्रोश जताया है। पुरोहितों ने अतिक्रमण न हटाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है और मंदिर समिति से कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि बिना अनुमति के काउंटर लगने से यात्रियों को परेशानी हो रही है और पूजा में बाधा आ रही है।

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    बदरीनाथ धाम में पूजा स्थलों पर अतिक्रमण से तीर्थ पुरोहितों में रोष

    संवाद सूत्र, देवप्रयाग। बदरीनाथ धाम में पारंपरिक पूजा स्थलों पर हो रहे अतिक्रमण से देवप्रयाग तीर्थ पुरोहित समाज में खासा आक्रोश है। तीर्थ पुरोहितों ने वहां अतिक्रमण न हटाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। साथ ही पुलिस, प्रशासन व श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति से इस मामले में कार्रवाई की मांग भी की है।

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    देवप्रयाग तीर्थ पुरोहित समाज पीढ़ियों से बदरीनाथ धाम में पूजा संपन्न कराता आ रहा है। यहां के तीर्थ पुरोहितों को धाम में स्थित तप्त कुंड व पंचशिला सहित अलकनंदा तट स्थित घाटों पर पूजा संपन्न कराने का अधिकार मिला हुआ है। लेकिन, कुछ समय से इन स्थानों पर बिना अनुमति के भोग प्रसाद बिक्री के बड़े-बड़े काउंटर लगा दिए गए हैं।

    श्री बदरीश पंडा पंचायत के अनुसार यहां लगाए गए डेढ़ दर्जन अनाधिकृत काउंटर से तीर्थ यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आवागमन का मार्ग संकरा होने से तीर्थ यात्रियों को स्नान व कपड़े बदलने में मुश्किलें हो रही हैं। वहीं, तीर्थ पुरोहित समाज इन स्थानों पर पूजा भी संपन्न नहीं करा पा रहा।

    पंडा पंचायत के कोषाध्यक्ष अशोक टोडरिया ने बताया कि पूजा स्थलों पर किए गए अतिक्रमण से वहां तीर्थयात्री दिक्कतें झेलने को विवश हैं। धाम में पूजा संपन्न करवाने के लिए उन्हें बैठने तक का स्थान नहीं मिल पा रहा।

    कहा कि धाम में भोग प्रसाद की दुकानें लगाने के लिए प्रशासन व मंदिर समिति की ओर से स्थान नियत किए गए हैं। लेकिन, कुछ लोग इन पूजा स्थलों पर अतिक्रमण किए हुए हैं। इस संबंध में श्री बदरीश पंडा पंचायत की ओर से श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष हिमांशु द्विवेदी को भी पत्र सौंपा गया है।