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    टिहरी में लोगों के लिए आफत बनी तीन दिनों से जारी झमाझम बारिश, सड़क मार्ग सहित विद्युत व पेयजल आपूर्ति बाधित

    By Jagran NewsEdited By: Shivam Yadav
    Updated: Tue, 01 Jul 2025 05:16 PM (IST)

    टिहरी गढ़वाल में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राष्ट्रीय और राज्य राजमार्ग सहित कई संपर्क मार्ग बाधित हैं जिससे यातायात प्रभावित है। देवप्रयाग में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई। बिजली और पानी की आपूर्ति भी बाधित हुई जिससे लोगों को परेशानी हुई। जिला प्रशासन मार्गो को सुचारू करने और आपूर्ति बहाल करने में जुटा है।

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    हल्के मोटर वाहनों के लिए खोला गया नरेंद्रनगर-रानीपोखरी एसएच-77।

    जागरण संवाददाता, नई टिहरी। जनपद टिहरी में बीते तीन दिनों से लगातार जारी झमाझम बारिश लोगों के लिए आफत और मुसीबत लेकर आई है। 

    भारी बारिश से सोमवार को भी जहां एनएच, एसएच सहित कई गांव के संपर्क मार्ग बाधित हो गए हैं, तो कई स्थानों पर विद्युत और पेयजल आपूर्ति भी खराब मौसम की चपेट में आकर बाधित रही। 

    हालांकि, देर शाम तक संबंधित विभागों की ओर से सड़क सहित विद्युत और पेयजल आपूर्ति को सुचारू कर दिया गया। जिसके बाद जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।

    जनपद में सोमवार सुबह 8:30 बजे तक बीते 24 घंटों में औसतन 59.78 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जिसमें सर्वाधिक देवप्रयाग में 173.2 मिमी, नरेंद्रनगर में 105 मिमी, धनौल्टी में 100 मिमी, टिहरी में 56 मिमी, कीर्तिनगर में 26 मिमी और घनसाली में 15 मिमी वर्षा हुई। 

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    जिले में हुई मूसलाधार बारिश के कारण क्षेत्र की कई सड़कों पर पहाड़ी से मलबा आ गया। जिससे कुछ घंटों के लिए इन मार्गों पर यातायात बाधित रहा। 

    जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि ऋषिकेश-कीर्तिनगर राष्ट्रीय राजमार्ग-07 पर मध्यरात्रि करीब 12:30 बजे देवप्रयाग के समीप बोल्डर के साथ मलवा आ गया था। जिसे एनएच श्रीनगर की ओर से सुबह करीब 5:30 बजे तक हटाकर यातायात सुचारु कर दिया गया। 

    इसके अलावा टिहरी-मलेथा राष्ट्रीय राजमार्ग-707ए पर टिपरी के समीप सुबह 7:20 बजे मलवा व बोल्डर आ गया। जिसे सुबह ही करीब 8:35 बजे तक हटाकर मार्ग सुचारू कर दिया गया था। 

    नरेंद्रनगर-रानीपोखरी एसएच-77 भी पहाड़ी से भारी मलवा आने के कारण बाधित हो गया था, जिसे लोनिवि की ओर से शाम करीब साढ़े चार बजे तक हल्के मोटर वाहनों के लिए खोल दिया गया है। 

    बताया कि जिले में लोक निर्माण विभाग के तीन राज्यमार्ग व आठ ग्रामीण मार्ग और पीएमजीएसवाई के अंतर्गत 15 ग्रामीण मार्ग पहाड़ी से भूस्खलन आने के कारण बाधित हुए हैं। जिसके सुचारीकरण की कार्रवाई दिनभर जारी रही। 

    इनमें लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत तहसील नरेंद्रनगर क्षेत्र में एसएच-77 नरेंद्रनगर-रानी पोखरी मोटर मार्ग, एसएच-76 गूलर-मटियानी-पसारखेत-गजा-शिवपुरी मोटरमार्ग, सालडोगी-फर्त मोटर मार्ग, सौड़पानी-चमराड़ा देवी मोटर मार्ग, देवलधार-चमोल गांव मोटर मार्ग, तहसील गजा क्षेत्र में एसएच-31 पौड़ी-देवप्रयाग-गजा-जाजल मोटर मार्ग, तैला-कोटेश्वर मोटर मार्ग, निगेर-खनाना मोटर मार्ग, नैनबाग तहसील क्षेत्र में किमोई-मसराना मोटर मार्ग, उपतहसील पावकी देवी क्षेत्र में गुल्ल-नाई-मिण्डाथ-कौडियाला मोटर मार्ग और तहसील घनसाली क्षेत्र में थाती कोट-घण्डीयालसौड़ मोटर मार्ग बाधित रहे। 

    यह सभी मार्ग अलग-अलग समय पर सुचारू कर दिए गए। पीएमजीएसवाई के अंतर्गत बागी-सिलारी बाया हलेथ मोटर मार्ग, पीटी रोड किमी 36 से सान्दणा, घुत्तु देवलंग से गंगी मोटर मार्ग, चाचकण्डा से सोनी मोटर मार्ग, तेगढ़-घण्डियालधार-पल्यापटाला मोटर मार्ग, मुलाणा से काण्डी मोटर मार्ग, चाचकण्डा से गोनी काण्डी मोटर मार्ग, सिल्काखाल से सरकयाना मोटर मार्ग, कोडियाला-गगलसी मोटर मार्ग, ईठारना से कुखई मोटर मार्ग, हिण्डोलाखाल-शिवपुरी-कुरीखाल मोटर मार्ग, विनयखाल से गेंवली मोटर मार्ग, आरकेके मोटर मार्ग किमी 35 से सतेंगल मोटर मार्ग, आरकेके मोटर मार्ग किमी 41 से रिंगालगढ मोटर मार्ग और आरकेके मोटर मार्ग किमी 15 से रगड़गांव मोटर मार्ग बाधित हो गया था। जिनको सुचारू करने की कार्रवाई गतिमान है। 

    इसके अलावा जिले में अतिवृष्टि से विकासखंड जाखणीधार के ढुंगमंदार, विकासखंड जौनपुर के सकलाना, विकासखंड फकोट के आगराखाल, विकासखंड चंबा के एच ब्लाक नई टिहरी में विद्युत आपूर्ति बाधित हुई थी। जिसे देर शाम तक सुचारू कर दिया गया। 

    वहीं, जिले में विकासखंड घनसाली के ग्राम बिनकखाल, विकासखंड चंबा के सारज्यूला में पेयजल आपूर्ति बाधित हुई है। जिसका सुचारीकरण भी देर शाम तक किया गया। वहीं, जनपद क्षेत्र में सड़क मार्गों पर आवागमन अवरूद्ध होने और विद्युत व पेयजल के बाधित होने से लोगों को परेशानियों को सामना करना पड़ा। 

    गांवों के लिंक मार्ग अवरूद्ध होने के कारण लोगों को आवागमन के लिए कई किमी पैदल दूरी नापनी पड़ी। वहीं विद्युत और पेयजल के लिए लोगों परेशानियों का सामना करना पड़ा।