Uttarakhand Rains: देवप्रयाग में अतिवृष्टि से बढ़ा गंगा का जलस्तर, ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग 12 घंटे रहा बाधित
उत्तराखंड में देवप्रयाग क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। भागीरथी नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग मलबा आने से 12 घंटे बाधित रहा। राजमार्ग खुलने से यातायात सुचारू हुआ और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बहाल हुई। गंगा का जलस्तर बढ़ने से घाट डूब गए और धर्मपुर बस्ती खतरे में है।

संवाद सूत्र, जागरण, देवप्रयाग। देवप्रयाग क्षेत्र में भारी वर्षा से जनजीवन प्रभावित हो गया। वर्षा से जहां भागीरथी नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया, वहीं ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पहाड़ी से मलबा व बोल्डर आने के चलते 12 घंटे बाधित रहा, जिसे बुधवार दोपहर साढ़े बारह बजे तक खोला जा सका।
देवप्रयाग में बीते 48 घंटे में भारी वर्षा हुई। तेज वर्षा से मंगलवार रात कौड़ियाला, मुल्या गांव, पंत गांव में भारी बोल्डर के साथ आये मलबे से राजमार्ग अवरुद्ध हो गया। राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने जेसीबी की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद तीनों स्थानों से मलबे को हटाकर राजमार्ग यातायात बहाल कराया।
थाना प्रभारी लखपत बुटोला ने बताया कि राजमार्ग खुलने से श्रीनगर व ऋषिकेश से निकले वाहन अपने गंतव्य की ओर बढ़ पाए। सड़क बंद होने से अखबार, दूध, सब्जी आदि की आपूर्ति जो प्रभावित हो गई थी वह सुचारू हो पाई। उधर, गंगा का जल स्तर बुधवार सुबह सात बजे चेतावनी निशान 462 मीटर के करीब 461.34 मीटर तक पहुंच गया। इससे संगम, रामकुंड, फुलाडी आदि घाट डूब गए।
वहीं, अलकनंदा टोडेश्वेर टापू को पार कर गई। नदियों में बढ़ते जलस्तर से लोग दहशत में रहे। वहीं, नगर की धर्मपुर बस्ती का मार्ग धंसने से कई घरों के खतरे की चपेट में आने की आशंका बनी हुई है।
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