Uttarakhand News: पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की कार्रवाई शुरू, पहले बनेगी 6.5 KM दीवार
उत्तराखंड में पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का कार्य आरंभ हो गया है। सबसे पहले, एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए लगभग 6.5 किलोमीटर लंबी दीवार बनाई जाएगी। यह कदम एयरपोर्ट के विस्तार को सुरक्षित और सुगम बनाने में मदद करेगा।

संवाद सूत्र, पंतनगर। प्रदेश के पहले सबसे बड़े रन-वे वाले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण और पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का कार्य शुरू हो चुका है। गुड़गांव की कार्यदायी संस्था रायल इंटरप्राइजेज को इसके निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पहले चरण में साढ़े छह किलोमीटर की बाउंड्री वाल का निर्माण होगा। इसमें 14 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। सब कुछ ठीक रहा तो फरवरी 2026 में इसे पूरा कर लिया जाएगा, जिसके बाद एयरपोर्ट भवनों के निर्माण का कार्य आरंभ होगा।
पंतनगर हवाई अड्डे के विस्तारीकरण का कार्य मंगलवार से आरंभ हो गया। करीब 524.70 एकड़ भूमि पर चहारदीवारी का काम सबसे पहले पूरा किया जाएगा, ताकि परिसर को पूरी तरह से सुरक्षित कर लिया जाए। कार्यदायी संस्था को 26 जून, 2025 को वर्क आर्डर मिल चुका था, जिसके बाद बारिश ने थोड़ी बाधा पैदा की। मौसम ठीक होने पर साइल टेस्टिंग, वाटर लेवल, मैटेरियल टेस्टिंग आदि कार्य और औपचारिकताएं तीन माह में पूरी कर ली गईं।
जिसके बाद अब मंगलवार से 18 श्रमिक जेसीबी, ट्रैक्टर ट्राली, सर्वेयर, आरएमसी यूनिट, लैब, मशीनरी डेप्लायमेंट आदि उपकरणों के साथ खुदाई का काम शुरू कर दिया गया है। दो माह में 524.70 एकड़ एरिया को बाउंड्रीवाल से कवर किया जाएगा। बता दें कि यह प्रदेश का पहला तीन हजार मीटर रनवे वाला एयरपोर्ट होगा। जहां अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवाएं शुरू होंगीं।
प्रोजेक्ट मैनेजर संतोष मणि त्रिपाठी ने बताया कि एक्जिस्टिंग तीन हजार मीटर का रनवे, फायर स्टेशन, प्रपोज्ड एयर ट्रैफिक कंट्रोल टर्मिनल ब्लाक, प्रपोज्ड टर्मिनल 10 हजार स्क्वायर फीट, कार्गो, एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया आफिस, कार व बस पार्किंग, यूटिलिटी ब्लाक, एरो सपोर्ट, ट्रांजिट एएआई एक्सटेंशन, सोलर फार्म, सीआइएसएफ बैरक आदि निर्माण होंगे। इन सबके लिए करीब दो हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। शेष एक्सटेंशन का भविष्य में अलग खर्च होगा।
एयरपोर्ट अथॉरिटी के उच्च अधिकारियों द्वारा दी गई समय सीमा में कार्य पूर्ण करके देना प्राथमिकता है। यदि एयरपोर्ट अथारिटी की ओर से सभी जगह व पाइंट टू पाइंट हिंडेंस क्लियरेंस समय से मिलता है, तो पूरा कार्य समय सीमा में पूर्ण कर लिया जाएगा।- संतोष मणि त्रिपाठी, प्रोजेक्ट मैनेजर, रायल इंटरप्राइजेज

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