पंतनगर में आयोजित किसान सम्मेलन में पहुंचे सीएम धामी, कहा- 'किसानों को दी गई मिलेट, एप्पल और कीवी मिशन की सौगात '
उत्तराखंड की रजत जयंती पर पंतनगर में कृषक सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाग लिया। उन्होंने किसानों को मिलेट, एप्पल और कीवी मिशन की सौगात दी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। सम्मेलन में कृषि प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें किसानों को उन्नत तकनीक की जानकारी दी गई।

समारोह के मुख्य अतिथि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रहे। आर्काइव
जागरण संवाददाता, पंतनगर । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि राज्य सरकार तराई में वर्ग चार की भूमि के विनियमितीकरण के लिए परीक्षण करा रही है, कोशिश की जा रही है जल्द किसान हित में निर्णय लिया जा सके। उन्होंने कृषि आैर किसान के हित में चलाई जा रहीं प्रदेश व केंद्र सरकार की योजनाआें को गिनाया आैर कहा कि किसान का आत्मनिर्भर होना जरूरी है। क्योंकि विकसित भारत का सपना तभी संभव हो सकता है जब किसान विकसित होगा। उन्हें खुद कृषि कार्य करने में आत्मिक शांति मिलती है, इसके करने से जमीन आैर जड़ से जुड़ाव का एहसास होता है। उन्होंने उत्तराखंड को आधुनिक कृषि राज्य बनाने का किसानों, वैज्ञानिकों आैर छात्रों से संकल्प लेने का आह्वान भी किया।
मुख्यमंत्री धामी गोबिंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के स्टेडियम में रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित किसान महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन में प्रदेशभर से करीब 28 हजार किसान जुटे थे। मुख्यमंत्री ने संबोधन से पूर्व कृषि व स्वयं सहायता समूह के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले किसानों व महिलाआें समेत 20 लोगों को सम्मानित किया। जिसमें 13 प्रगतिशील किसान, पांच लखपति दीदी आैर दो स्कूली छात्र शामिल रहे। उन्होंने सम्मेलन में लगी किसान प्रदर्शनी का अवलोकन कर नए कृषि यंत्रों व तकनीकियों की जानकारी भी ली।
तत्पश्चात स्टेडियम में किसानों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र व राज्य सरकार ने शुरू से ही कृषि आैर किसान को प्राथमिकता में रखते हुए निर्णय लिए हैं। यही वजह है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत देश के 11 करोड़ किसानों को सम्मान दिया जा रहा है, इसका लाभ उत्तराखंड के नौ लाख किसानों को भी मिल रहा है। बीज से बाजार तक किसानों की यात्रा सुगम बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। प्रमुख फसलों में वृद्धि के लिए सरकार सुरक्षा कवच प्रदान कर रही है।
किसानों को तीन लाख रुपये तक का ऋण बिना ब्याज सरकार उपलब्ध करा रही है। प्रदेश में पाली हाउस निर्माण के लिए दो सौ करोड़ की धनराशि का प्रविधान किया गया है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि 12 सौ करोड़ रुपये की लागत से नई सेब नीति, कीवी नीति आैर ड्रैगन नीति सरकार ला रही है। बागवानी को बढ़ावा देने के लिए सरकार 80 प्रतिशत सब्सिडी दे रही है। फलों के उत्पादन में उत्तराखंड ने ढाई गुना बढ़ोतरी की है। मशरूम उत्पादन में उत्तराखंड आज देश में पांचवें स्थान पर पहुंच चुका है। इसी तरह शहद उत्पादन में आठवां स्थान है। उन्होेंने कहा कि किसानों का पसीना आैर उनका परिश्रम ही भारत की ताकत है।
देश के संतुलित विकास के लिए किसानों की परेशानियां दूर होना जरूरी हैं, इस पर केंद्र व राज्य सरकारें प्राथमिकता से काम कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प है कि दुनिया के अन्य देशों में जो अतिआधुनिक सुविधाएं किसानों को मिल रही हैं, वह सुविधाएं भारतीय किसानों को भी मिलें। प्रमुख फसलों के न्यूनतम मूल्य में अभूतपूर्व वृद्धि कर किसानों की आर्थिकी को सुधारने के लिए काम किया जा रहा है। हमारी सरकार गेहूं खरीद पर 20 रुपये प्रति कुंटल बोनस प्रदान कर रही है तो गन्ने के रेट में भी 20 रुपये प्रति कुंटल की बढ़ोतरी की है।
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