उत्तराखंड में उत्तर प्रदेश से हो रही कछुओं की तस्करी, ऊधमसिंह नगर बन रहा गढ़
रुद्रपुर तराई कछुआ तस्करी का गढ़ बनता जा रहा है। उत्तर प्रदेश से तस्करी कर लाए गए कछुओं की सप्लाई दिनेशपुर रुद्रपुर और शक्तिफार्म में अधिक हो रही है। स्थानीय डैम से भी कछुए पकड़े जा रहे हैं। कछुए के मांस को अस्थमा जैसी बीमारियों के लिए लाभदायक माना जाता है जिस कारण तस्करी बढ़ रही है। 20 महीनों में 11 तस्करों को गिरफ्तार कर 267 कछुए बरामद किए हैं।

जासं, रुद्रपुर । तराई कछुआ तस्करी का गढ़ बनने लगा है। उत्तर प्रदेश से तस्करी कर लाए जाने वाले कछुओं की सप्लाई दिनेशपुर, रुद्रपुर और शक्तिफार्म में सबसे अधिक हो रही है। इसके अलावा स्थानीय डैम से भी तस्कर इन्हें पकड़कर महंगे दामों में बेच रहे हैं।
कछुओं के मांस से अस्थमा व श्वांस आदि बीमारियों के लिए लाभदायक माने जाने के चलते इसकी तस्करी अधिक बढ़ रही है। पुलिस और वन विभाग के मुताबिक 20 माह में जिले में बरेली और कासगंज के साथ ही मैनपुरी, इटावा और रामपुर से आकर तस्करी करने वाले आधा दर्जन मामले में 11 तस्कर गिरफ्तार कर उनसे 267 कछुए बरामद किए गए हैं।
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